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कोरोना से जंग हार गए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी गुरुप्रसाद महापात्र

नई दिल्ली, 19 जून (हि.स.)। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र का शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली में निधन हो गया है। महापात्र लंबे समय से दिल्ली एम्स में भर्ती थे। एम्स सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार डॉ. महापात्र को कोरोना संक्रमण के चलते 19 अप्रैल को एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था। यहां लंबे समय ने उनका इलाज चल रहा था लेकिन शनिवार सुबह उनका निधन हो गया। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि डीपीआईआईटी सचिव डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। उन्होंने विदेशी आर्थिक संबंधों पर विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर काम किया। हमारी कोविड प्रतिक्रिया को आकार देने में भी। उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना। शांति। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट में लिखा, डीपीआईआईटी सचिव डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र के निधन के बारे में सुनकर अत्यंत दुख हुआ। उनकी लंबे समय तक सरकार को दी गई सेवा और राष्ट्र के प्रति समर्पण ने एक स्थायी प्रभाव छोड़ा है। मैं उनके परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1986 बैच के अधिकारी डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र ने एक अगस्त 2019 को उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) में सचिव का पद का कार्यभार संभाला था। डीपीआईआईटी में सचिव पद का कार्यभार संभालने से पहले वह भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) में अध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे। डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र एएआई के कार्यनीतिक परिचालनों में अनेक परिवर्तन लाए। उन्होंने एएआई को नई दिशा प्रदान की और मेट्रो हवाई अड्डों में ही नहीं, बल्कि टिअर-2 और टिअर-3 शहरों के भी हवाई अड्डों में हवाई अड्डा अवसंरचना विकास के क्षेत्र में अपार उत्कृष्टता हासिल कराई। इससे पहले वह वाणिज्य विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर भी कार्यरत रहे, जहां उन्होंने विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड), सार्वजनिक खरीद एवं परियोजना निर्यात (वित्त एवं बीमा) के संवर्द्धन के लिए कार्य किया। डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र सूरत, गुजरात में निगम आयुक्त के पद पर भी रहे और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना और पुख्ता वित्तीय प्रबंधन पर बल देते हुए सूरत को शहरी प्रशासन के प्रमुख मॉडलों में शुमार कराने की दिशा में कार्य किया। अहमदाबाद के निगम आयुक्त के रूप में डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र साबरमती रिवरफ्रंट, बीआरटीएस और विरासत को बढ़ावा देने जैसी अनेक शहरी परियोजनाओं के विकास का माध्यम रहे। उन्होंने गुजरात में परिवहन आयुक्त और वाणिज्यिक कर आयुक्त के रूप में भी सेवाएं प्रदान की। डॉ. गुरुप्रसाद महापात्र भारत में अनेक सूचीबद्ध सार्वजनिक क्षेत्र इकाइयों के प्रबन्ध निदेशक के पद पर भी कार्यरत रहे। हिन्दुस्थान समाचार/आशुतोष

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