जिंदगी की तलाश: तपोवन टनल में 120 मीटर तक मलबा साफ
-टी प्वाइंट सिर्फ 60 मीटर दूर -टनल में फंसे हैं करीब 35 लोग, तलाश जारी प्रकाश कपरूवाण जोशीमठ (चमोली), 09 फरवरी (हि.स.)। ग्लेशियर टूटने से आई पहाड़ पर आपदा के तीसरे दिन मंगलवार को भी राज्य सरकार की पूरी मशीनरी, तीनों सेनाओं, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, जिला प्रशासन और जिला पुलिस की टीमों की तपोवन टनल में फंसे करीब 35 लोगों को बचाने की जद्दोजहद जारी रही। इस बीच नीती घाटी को सड़क संपर्क से जोड़ने के लिए बीआरओ वैली व्रिज की सामग्री मौके पर पंहुच गई है। इस बीच ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट के चार और मजदूरों के शव के साथ सात मानव अंग भी मिले। आज अब तक 6 लोगों के शव मिले हैं। इनमें चार शव रैणी, एक शव सैकोट, एक शव डिडोली और एक शव नंदप्रयाग में मिला है। तपोवन वैराज साइट की टनल में फंसे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू आपरेशन जारी है। डोजरों के माध्यम से टनल से मलबा निकाला जा रहा है। आपदा के वक्त इस में टनल के टी प्वांइट के आसपास 35 मजदूर काम कर रहे थे। इनका पता नहीं लग सका है। टनल का टी-प्वाइंट करीब 180 मीटर दूर है। यहां ट्रक और छोटे वाहन भी थे। रेस्क्यू में जुटे जवानों को टी प्वाइंट तक पहुंचने में इसलिए वक्त लग रहा है कि टनल के ऊपरी हिस्से मलबा लगातार खिसक कर नीचे आ रहा है। डोजरों से जिस स्थान से मलबा निकालकर बाहर लाया जाता है। कुछ देरबाद उस स्थान पर उतना ही मलबा डंप हो रहा है। सेना की गढ़वाल स्काउट्स बटालियन के कमाडिंग ऑफिसर कर्नल डीएस नेगी के अनुसार करीब 120 मीटर तक काफी हद तक मलबा हटा लिया गया है। टी-प्वाइंट पर पंहुचने के बाद लापता लोगों के बारे में सही स्थिति साफ होगी। टी प्वाइंट (180 मीटर) चार टनल हैं। इनमें एक मुख्य टनल, दूसरी वैराज साइट टनल, तीसरी आउट फाॅल टनल और चौथी टीबीएम मशीन को बाहर निकालने की टनल है। रैणी में बीआरओ के मुख्य अभियंता एएस राठौड़ पूरी मशीनरी के साथ पहुंच गए हैं। यहां वैली ब्रिज स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मलारी की तरफ ब्रिज तैयार कर दिया गया है। इस ओर से मलबा हटाने के बाद काम शुरू होगा। राहत और बचाव के काम में एनडीआरएफ की पांच टीमों के 178 जवान डीआईजी मोहसिन साहिदी और कमांडेंट पीके तिवारी के नेतृत्व में जुटे हुए हैं। गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन और डीआईजी नीरू गर्ग तीन दिन से यहीं हैं। चमोली की डीएम स्वाति भदौरिया, पुलिस अधीक्षक यशंवत चौहान और एडीएम अनिल चन्याल सड़क संपर्क से कट चुके गांवों में राहत और खाद्यान सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in