केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मिले सतपाल महाराज, उत्तराखंड की सिंचाई योजनाओं के लिए मांगा धन
केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मिले सतपाल महाराज, उत्तराखंड की सिंचाई योजनाओं के लिए मांगा धन

केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मिले सतपाल महाराज, उत्तराखंड की सिंचाई योजनाओं के लिए मांगा धन

नई दिल्ली/देहरादून, 20 जुलाई (हि.स.)। उत्तराखंड के सिंचाई, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से भेंट कर उत्तराखंड के लिए स्वीकृत सिंचाई योजनाओं के लिए धनराशि की मांग की। इसके साथ ही बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम एवं त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम के माध्यम से केंद्र सरकार से मिलने वाली सहायता के लिए उनका आभार जताया। सतपाल महाराज ने गजेन्द्र सिंह शेखावत से भेंट कर उनसे बाढ़ प्रबन्धन कार्यक्रम एफएमपी 12 सं. योजनाओं के लिए 29.52 करोड़ एआईबीपी 32 सं. योजनाओं के लिए 77.41 करोड़ यानी दोनों योजनाओं की कुल राशि 106.93 करोड़ की मांग की है। महाराज ने स्वीकृति के लिए नई योजनाओं में बाढ़ प्रबन्धन कार्यक्रम एफएमपी 59 सं. के लिए 1582.89 करोड़ एवं जल संचयन व संवर्द्धन बैराज/जलाशय/झील निर्माण निर्माण 14 सं. योजनाओं के लिए 2170.70 करोड़ दोनों की कुल राशि 3753.59 करोड़ की मांग की है। सतपाल महाराज ने बताया कि लघु सिंचाई विभाग के लिए प्रस्तावित नई योजना पीएमकेएसवाई हर खेत को पानी 422 सं. योजनाओं के लिए 349.39 व पीएमकेएसवाई भूजल 4 सं. योजना के लिए 16.44 करोड़ यानी दोनों योजनाओं के लिए कुल 365.83 करोड़ रुपये की मांग की। गजेन्द्र सिंह शेखावत ने सभी प्रस्तावित योजनाओं के लिए आश्वासन दिया है। उन्होंने भारत सरकार से हर संभव मदद का भरोसा दिया है। महाराज ने केंद्रीय जल मंत्री को बताया कि उत्तराखंड राज्य देवभूमि होने के साथ-साथ अति महत्वपूर्ण नदियों गंगा एवं यमुना का उद्गम स्थल भी है परन्तु इसके अधिकांश भू-भाग की प्रकृति पर्वतीय है एवं इसे प्रतिवर्ष विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं यथा बाढ़, अतिवृष्टि, बादल फटना आदि से जूझना पड़ता है। राज्य सरकार अपने अति सीमित संसाधनों से बाढ़ सुरक्षा एवं प्रबंधन कार्य कराने का भरसक प्रयास करती है। उन्होंने इस बात के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया कि वह उपरोक्त कार्यों के लिए विशेष पैकेज के अन्तर्गत बाढ़ प्रबन्धन कार्यक्रम एवं त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम के माध्यम से राज्य सरकार की सहायता कर रही है। महाराज ने कहा है कि उनका हर संभव प्रयास है कि उत्तराखंड आये प्रवासियों को बिल्कुल भी पानी की कमी न होने पाये। प्रदेश के हर खेत को पानी मिले, इसके लिए उनका प्रयास जारी रहेगा। हिन्दुस्थान समाचार/दधिबल/बच्चन-hindusthansamachar.in

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