गोपालगंज में सत्तरघाट महासेतु पथ की  संपर्क  सड़क बाढ़ में बही
गोपालगंज में सत्तरघाट महासेतु पथ की संपर्क सड़क बाढ़ में बही

गोपालगंज में सत्तरघाट महासेतु पथ की संपर्क सड़क बाढ़ में बही

- 1440 मीटर लंबे पुल को बनाने में लगे थे 8 साल, स्थानीय लोगों ने लगाया सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप - डीएम ने कहा: पुलिया नहीं एप्रोच सडक़ में हुई टूट गोपालगंज,16 जुलाई (हि.स.)। एक माह पहले जनता को समर्पित नवनिर्मित सत्तरघाट महासेतु पथ की छोटी पुलिया की संपर्क सडक़ बुधवार की रात बाढ़ में बह गई। इससे सारण-चंपारण के बीच आवाजाही बंद हो गई है। महासेतु से एक किमी पहले गंडक की सोती पर बने पुल के गार्डर पर करीब 50 फुट में सडक़ बह गई है। सारण-चंपारण मार्ग का सम्पर्क टूट गया है। एक महीना पहले यानी 16 जून को सीएम नीतीश कुमार ने सत्तरघाट पुल के साथ यह नया मार्ग जनता को समर्पित किया था। बताया गया कि महासेतु से बने इस छोटे पुल के निर्माण के समय सोती के दोनों किनारे बोल्डर पिचिंग नहीं की गई। पुल व सडक़ निर्माण कराने वाली वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कंपनी की लापरवाही के कारण मुख्य सडक़ पानी का मामूली दबाव बर्दाश्त नहीं कर सकी और महज छह घंटे में 15 मीटर चौड़ी सडक़ 50 फुट की लंबाई में कटकर बह गयी। इसके कारण जिले के पूर्वी छोर, सारण व सीवान के लोगों का पूर्वी चंपारण व मुजफ्फरपुर से सीधा संपर्क टूट गया है। अब वाहनों को दूसरे जिलों में जाने के लिए 35 किमी की लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी। डीएम अरशद अजीज ने बताया कि पुलिया में किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई है। यह एप्रोच सडक़ पानी के दबाव से टूटी है, जिसे पानी कम होते ही ठीक कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिया बहने की बात सरासर गलत है। सत्तरघाट महासेतु के समीप संपर्क पथ की पुलिया का गार्डर बाढ़ एवं बारिश के पानी से धंस गया था। ग्रामीणों ने विभाग में इसकी शिकायत की थी। स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि संजय कुमार राय ने पुलिया का गाडर धंसने की जानकारी अधिकारियों को 14 जुलाई को दी थी लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। सत्तरघाट -छपरा संपर्क पथ के रास्ते सीमावर्ती पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली सहित अन्य जिलों के लिए मालवाहक वाहन गुजरते हैं। ग्रामीणों ने निर्माण कंपनी पर कार्य में उदासीनता बरतने का आरोप लगाया। गोपालगंज-पूर्वी चंपारण को जोडऩे वाला सत्तरघाट महासेतु व नए मार्ग के निर्माण पर 263.48 करोड़ की राशि खर्च हुई है। 1440 मीटर लंबे और 15 मीटर चौड़ाई वाले इस पुल को बनाने में 8 साल लगे थे। दोनों जिलों को जोडऩे के लिए 15 मीटर चौड़ा और 9.7 किमी लंबा एप्रोच रोड बना था। पिछले महीने 16 जून को इसका उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार ने वीडीओ कांफ्रेंसिंग के जरीये पटना से किया था। महासेतु का निर्माण वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कंपनी ने किया है। पकहां, शीतलपुर, उसरी, गम्हारी दियारा सहित अन्य गांवों से बाढ़ का पानी ध्वस्त सडक़ के रास्ते निकल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि सडक़ के ध्वस्त होने के बाद पानी का फ्लो तेज हो गया है। इससे जमीदारी बांध पर भी खतरा मंडरा रहा है। बीडीओ अरविंद कुमार गुप्ता ने वहां पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। बीडीओ ने बताया कि वे जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दे चुके हैं। हिन्दुस्थान समाचार/अखिला/विभाकर/बच्चन-hindusthansamachar.in

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