sanjay-raut-targeted-the-government-for-barricading-on-the-delhi-border
sanjay-raut-targeted-the-government-for-barricading-on-the-delhi-border

दिल्ली बॉर्डर पर बैरिकेडिंग को लेकर संजय राउत ने साधा सरकार पर निशाना

गाजियाबाद, 02 फरवरी (हि.स.)। गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में मंगलवार को भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत से मिलने पहुंचे शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने किसानों को रोकने के लिए दिल्ली बार्डर पर की गई बैरिकेडिंग को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। राउत ने कहा कि अगर सरकार ऐसी बैरिकेडिंग देश के बॉर्डर पर करती तो चीनी सेना देश के अन्दर इतना नहीं घुस जाती। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस को चीन सीमा पर भेज दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने पहले दिन से ही कृषि कानूनों का विरोध किया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने विशेष तौर पर गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में भेजा है। उन्होंने किसान नेता राकेश को मेरे द्वारा संदेश भेजा है कि शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी है। राऊत ने कहा कि शिवसेना प्रमुख भी किसान नेता राकेश टिकैत से स्वयं बातचीत करेंगे। आंदोलन के राजनीतिकरण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि आंदोलन सड़क का है और सड़क पर ही रहेगा। उन्होंने कहा कि गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों को कुचलने की कोशिश की गई, ऐसे में महाराष्ट्र के लोगों का कर्तव्य बनता है कि राकेश टिकैत के साथ खड़े हों। देश के हर नागरिक का कर्तव्य है कि आंदोलन में पहुंचकर किसानों को समर्थन दें। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र से हजारों की संख्या में आए किसान गाजीपुर बार्डर में आंदोलन कर रहे हैं। राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। कहा कि किसान आंदोलन अक्टूबर तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा हम अपनी बात पर टिके रहेंगे। जब तक कानून वापसी नहीं, घर वापसी नहीं। इतना ही नहीं गाजीपुर बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस द्वारा लगाई गई बैरिकेडिंग और चेतावनी के आगे बैठकर किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता टिकैत ने मंगलवार को जमीन पर बैठकर खाना खाया। कहा कि हम गरीब की रोटी को तिजोरी में कैद नहीं होने देंगे। हम यह प्वाइंट नहीं छोड़ेंगे। तीनों कृषि कानून वापस होने चाहिए और जब तक तीनों कानून वापस नहीं होते तब तक हमारा गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन जारी रहेगा। सरकार हमें रोकने की लाख कोशिश कर ले हमारा खाना पीना बंद कर दें, लेकिन हम किसान हैं जमीन से जुड़े व्यक्ति हैं। आंदोलन हमारा जारी रहेगा। हिन्दुस्थान समाचार/फरमान अली/रामानुज-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in