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रेलवे का कोहरे के दौरान ट्रेन परिचालन की चुनौतियों, संरक्षा व सम्पत्तियों के रख-रखाव पर जोर

नई दिल्ली, 02 फरवरी (हि.स.)। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने मंगलवार को कोहरे के दौरान रेलगाड़ियों के परिचालन में आने वाली चुनौतियों, संरक्षा और रेल सम्पत्तियों के रख-रखाव को लेकर विभागाध्यक्षों के साथ कार्य-निष्पादन समीक्षा बैठक में चर्चा की। महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों के साथ कार्य-निष्पादन समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे संरक्षा को बहुत महत्व देता है। इसके लिए रेलपथों, चल स्टॉक, सिगनल एवं बिजली की ओवर हैड तारों के रख-रखाव पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तर रेलवे ने 50.36 मिलियन टन माल का लदान किया है जोकि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 21.05 प्रतिशत अधिक है (अप्रैल, 2020 से जनवरी, 2021 तक)। उन्होंने विभागों से रेल कर्मचारियों के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण एवं पुनश्चर्या पाठयक्रम आयोजित करने का परामर्श दिया ताकि उन्हें जागरूक बनाए रखा जा सके और रेल प्रणाली में मानवीय त्रुटियों को कम किया जा सके। सर्दियों के मौसम में घने कोहरे से उत्तरी क्षेत्र में रेल परिचालन बहुत कठिन हो जाता है। उन्होंने सभी मंडलों को निर्देश दिया कि सिगनल प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जायें। महाप्रबंधक ने रेल पटरियों में आने वाली दरारों पर चिंता प्रकट की और सिगनलों, रेल दरारों और रेल वेल्डों की व्यापक रूप से निगरानी के निर्देश दिये। उन्होंने, जहां भी आवश्यक है, वहां पेड़ों की छटाई के लिए वन विभाग से अनुमोदन लेने की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए ताकि उनसे रेल पटरियों अथवा ओएचई तारों को कोई क्षति न पहुंचे। भविष्य में उत्तर रेलवे पर रेलगाड़ियों को 160 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलाने के विषय पर बात करते हुए उन्होंने सम्बन्धितों से इस उद्देश्य के लिए प्रस्तावित कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रोजेक्ट रफ्तार के अंतर्गत जोन में यात्री रेलगाड़ियों की गतिसीमा 130 किलोमीटर प्रति घंटा तक करने के लिए चल रहे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने रेलपथों पर विद्युत संरक्षा के साथ-साथ रेलगाड़ियों के निर्बाध परिचालन के लिए रिले और पैनल रूमों की संरक्षा पर भी ध्यान केन्द्रित करने के निर्देश दिए। उन्होंने रेल परिचालन में मानवीय त्रुटियों को कम करने पर जोर दिया। उन्होंने विभागाध्यक्षों ओर मंडल रेल प्रबंधकों को समयपालनबद्धता को 95 प्रतिशत बनाये रखने और माल लदान व संरक्षा को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। फ्रेट बिजनेस डेवलेपमेंट पर बोलते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिटों के साथ परस्पर सम्पर्क बनाए रखना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए की बीडीयू आधीन सक्रियता के साथ ग्राहकों के बीच भरोसे, सहयोग और आत्मविश्वास का माहौल बनाना चाहिए। उन्होंने रेलवे द्वारा दी जा रही रियायतों और उपायों को ग्राहकों तक पहुंचाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि हर गुजरते माह के साथ खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में वृद्धि हुई है। उत्तर रेलवे अपने ग्राहकों को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। हिन्दुस्थान समाचार/सुशील-hindusthansamachar.in

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