पुणे में 3 फीसदी लोगों के लिए 97 फीसदी लोगों को परेशान करना ठीक नहीं: गिरीश बापट
पुणे में 3 फीसदी लोगों के लिए 97 फीसदी लोगों को परेशान करना ठीक नहीं: गिरीश बापट

पुणे में 3 फीसदी लोगों के लिए 97 फीसदी लोगों को परेशान करना ठीक नहीं: गिरीश बापट

मुंबई, 11 जुलाई (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के पुणे के सांसद गिरीश बापट ने कहा कि सिर्फ 3 फीसदी क्षेत्र के लोगों के लिए 97 फीसदी क्षेत्र के लोगों को परेशान किया जाना ठीक नहीं है। पुणे की जनता लॉकडाउन का पालन करने वाली है लेकिन इसके नाम पर पुणे में पूरी तरह बंदी जरूरी नहीं है। गिरीश बापट ने शनिवार को पत्रकारों को बताया कि राज्य सरकार ने लॉकडाउन के नाम पर लोगों को फिर से घरों में बंदी बनाने का निर्णय लिया है। प्रशासन मास्क न लगाने पर जुर्माना लगा सकता है। सामाजिक दूरी न रखने पर कठोर कार्रवाई कर सकता है। कोरोना का असर पुणे में सिर्फ 3 फीसदी क्षेत्र में है। उन इलाकों को प्रतिबंधित किया जा सकता है। लेकिन राज्य सरकार ने पुणे व पिंपरी -चिंचवड़ में सभी जगह लॉकडाउन लगा दिया है । बापट ने कहा कि सरकार की ओर से जारी आदेश का पालन तो किया जाएगा, लेकिन सरकार को इस तरह का निर्णय लेते समय जनप्रतिनिधियों को भी विश्वास में लेना चाहिए। पुणे व्यापारी संघ के अध्यक्ष फत्तेसिंह राका ने कहा कि लॉकडाउन में दुकानें बंद रहने से आम नागरिकों की भावनाएं भडक़ सकती है। साथ ही दुकानें बंद होने से व्यापारियों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। आम तौर पर दुकानें पूरे दिन खुला रहना आवश्यक है। सरकार की ओर अचानक लिए गए निर्णय के शहर दुकानदारों ने कड़ा विरोध किया है। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पुणे, पिंपरी-चिंचवड़ शहर में 13 जुलाई से 23 जुलाई तक कठोर लॉकडाउन किए जाने की घोषणा की है। अजीत पवार की घोषणा के बाद इन शहरों में आम नागरिकों में भी सरकार के प्रति नाराजगी फैली है। हिन्दुस्थान समाचार / राजबहादुर/सुनीत-hindusthansamachar.in

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