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नई शिक्षा नीत‍ि लागू करने में न‍िजी क्षेत्र की भागीदारी अहम होगी: पोखर‍ियाल

सुशील बघेल नई दिल्ली, 25 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को नई शिक्षा नीति को 21वीं सदी की जरूरत के अनुकूल बताते हुए इसे लागू करने में निजी क्षेत्र की भागीदारी काे अहम करार दिया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री पोखरियाल आज फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के सहयोग से आयोजित 16वें उच्च शिक्षा शिखर सम्मेलन-2021 के उद़घाटन सत्र को वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पोखरियाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी की जरूरतों के अनुकूल भारतीय शिक्षा परिदृश्य को बदलने का मार्ग प्रशस्त करती है। उन्होंने कहा कि जहां सरकार ने नीति तैयार की है, वहीं इसे लागू करने में निजी क्षेत्र की भागीदारी अहम भूमिका निभाएगी। पोखरियाल ने कहा कि पहुंच, इक्विटी, गुणवत्ता, सामर्थ्य और जवाबदेही के आधारभूत स्तंभों पर निर्मित, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 सतत विकास के लिए 2030 एजेंडे से जुड़ी है और इसका उद्देश्य भारत को एक जीवंत ज्ञान समाज और वैश्विक ज्ञान महाशक्ति में बदलना है। मंत्री ने कहा कि अगले 20-30 वर्षों में युवा भारत की ऊर्जा और प्रतिभा का उपयोग दुनिया को आगे बढ़ाने में किया जाएगा, क्योंकि 21वीं सदी युवा भारत की है। भारत लागत लाभ के कारण नहीं बल्कि देश की समृद्ध और बुद्धिमान मानव पूंजी के कारण दुनिया की 'आरएंडडी' राजधानी बनने की ओर अग्रसर है। हिन्दुस्थान समाचार

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