political-violence-in-west-bengal-extremely-frightening-and-shameful-chaudhary
political-violence-in-west-bengal-extremely-frightening-and-shameful-chaudhary

पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा बेहद खौफनाक और शर्मनाक : चौधरी

जयपुर, 04 मई (हि.स.)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद जारी हिंसा पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बंगाल के चुनाव परिणामों में ममता बनर्जी की हार और तृणमूल कांग्रेस की जीत के साथ ही तृणमूल कांग्रेस के संरक्षण में गुंडों द्वारा हिंसा का तांडव और खून से जीत का जश्न मनाना शुरू हो गया है। ममता बनर्जी मूकदर्शक बनकर इन हिंसक घटनाओं की गवाह बन रही है। यह बेहद खौफनाक और शर्मनाक है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी मंगलवार को भाजपा महिला मोर्चा राजस्थान की कार्यकर्ताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि ऐसे असामाजिक और हिंसक तत्वों का लोकतंत्र में किसी तरह का विश्वास नहीं है। कैलाश चौधरी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के चुनाव के नतीजों के बाद जो घटनाएं देखने और सुनने को मिली हैं वो हमें हैरान करती हैं, चिंता में डालती हैं। आजाद भारत में चुनाव के नतीजों के बाद इतनी राजनीतिक हिंसा हमने आज तक नहीं देखी। केंद्रीय मंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं की हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि महिला मोर्चा द्वारा भी इन विषम परिस्थितियों में आगे आकर प्रदेशभर में मास्क, सैनिटाइजर, खाद्य सामग्री वितरित करने के साथ टीकाकरण शिविर लगवाएं जा रहे है, जिसके लिए सभी कार्यकर्ता अभिनंदन की पात्र है। देशवासियों ने भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर जो भरोसा किया है, हमें हमेशा उस भरोसे को संभालकर रखना है। हमें देशवासियों की आशाओं, आकांक्षाओं को अपना सपना मानकर काम करना है। केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी है, इसकी रोकथाम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन के कठिन समय में गरीबों के लिए 1 लाख 70 हज़ार करोड़ की घोषणा की। गरीबों को मुफ्त अनाज देने का ऐलान किया गया। 20 करोड़ महिलाओं को अकाउंट में पैसा मिला है। 8 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त में गैस कनेक्शन मिला है।. इसके साथ कई और काम किए गए हैं, इसलिए गरीब प्रधानमंत्री मोदी को मसीहा के तौर पर देखता है। वर्चुअल संवाद को सम्बोधित करते हुए कैलाश चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने फैसला लिया है कि ऐसे स्वा स्य्रध कर्मी और मेडिकल स्टूडेंट जिन्होंने 100 दिन की कोरोना ड्यूटी की है, उन्हें आने वाली सरकारी भर्तियों में प्राथमिकता दी जाएगी। इससे कोरोना प्रबंधन को लेकर हेल्थ सिस्टम को मजबूती मिलेगी और डॉक्टरों का कार्यभार कम होगा। हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/संदीप

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in