जाधव से राजनयिक मुलाकात में पाकिस्तान ने डाली बाधा, भारत ने दर्ज कराया विरोध

जाधव से राजनयिक मुलाकात में पाकिस्तान ने डाली बाधा, भारत ने दर्ज कराया विरोध
जाधव से राजनयिक मुलाकात में पाकिस्तान ने डाली बाधा, भारत ने दर्ज कराया विरोध

नई दिल्ली, 16 जुलाई (हि.स.)। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान ने अपना वादा तोड़ते हुए उसकी जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से भारतीय अधिकारियों को बिना किसी बाधा और निगरानी के मिलने की अनुमति नहीं दी। जाधव से मिलने गए इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के दो राजनयिकों ने पाकिस्तान की इस हरकत पर विरोध दर्ज कराया तथा मुलाकात स्थल से चले गए। राजनयिक मुलाकात के घटनाक्रम के बारे में विदेश मंत्रालय ने एक बयान कहा कि जाधव से मिलने गए भारत के राजनयिक इस नतीजे पर पहुंचे की पाकिस्तान की ओर से दी गई राजनयिक भेंट की यह सुविधा न तो विश्ववसनीय है और न ही सार्थक है। भारत ने कहा कि पाकिस्तान के रवैये से स्पष्ट है कि वह इस मामले में वह बाधा पैदा कर रहा है और ईमानदार नहीं है। ऐसा कर पड़ोसी देश हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के वर्ष 2019 के फैसले को पूरी तरह लागू करने के अपने वायदे को तोड़ रहा है। पाकिस्तान सैनिक अदालत के फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील करने के लिए जारी किए गए अपने ही अध्यादेश अमल नहीं कर रहा है। अध्यादेश के तहत भारतीय उच्चायोग के राजनयिक जाधव की ओर से उच्च न्यायालय में पुनरीक्षण याचिका दाखिल कर सकते थे। इसके लिए जाधव और राजनयिकों के बीच संपर्क और बातचीत जरूरी थी। वहीं याचिका दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 जुलाई है। आज की मुलाकात के बारे में विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस दौरान पाकिस्तानी अधिकारी जाधव और भारतीय राजनयिकों के पास ही मौजूद रहे और उनका रवैया धमकाने वाला था। भारतीय पक्ष के विरोध के बावजूद वे बातचीत के दौरान मौजूद रहे। मुलाकात स्थल पर कैमरा भी था जिससे स्पष्ट था कि जाधव के साथ बातचीत को रिकॉर्ड किया जा रहा है। बयान में कहा गया कि जाहिराना तौर पर जाधव खुद दवाब में नजर आ रहे थे और उन्होंने इस संबंध में भारतीय अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर इसका आभास कराया। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मुलाकात स्थल पर ऐसा प्रबंध था जिसके कारण जाधव और राजनयिकों के बीच मुक्त रूप से बातचीत संभव नहीं थी। बयान में आगे कहा गया कि भारतीय राजनयिक जाधव से उसके कानूनी अधिकारों के बारे में बातचीत नहीं कर पाए। भारतीय अधिकारियों को कानूनी रूप से जाधव का प्रतिनिधित्व करने के बारे में उसकी लिखित अनुमति हासिल करने से भी रोक दिया गया। जाधव के परिवार वालों को आज की मुलाकात के बारे में जानकारी दे दी गई है। जाधव की सुरक्षित स्वदेश वापसी के लिए प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि आज के घटनाक्रम के बाद अब जल्द ही भारत आगे की कार्रवाई तय करेगा। उल्लेखनीय है कि जाधव वर्ष 2016 से पाकिस्तान की जेल में बंद है। पिछले एक साल के दौरान भारत ने जाधव से मुक्त रूप से राजनयिक मुलाकात करने के लिए 12 बार अनुरोध किया था। भारत को आज दूसरी बार कुलभूषण से मिलने का मौका दिया गया था। हिन्दुस्थान समाचार/सुफल/अनूप-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in