विवेकानंद कॉलेज की प्रिंसिपल को हटाने की मांग को लेकर ऑनलाइन धरना
नई दिल्ली, 7 जून (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) के आह्वान पर विवेकानंद कॉलेज की प्रिंसिपल को उनके पद से हटाने और 12 एडहॉक टीचर्स की पुनर्नियुक्ति की मांग को लेकर एक ऑन लाइन धरना दिया गया। ऑनलाइन धरने में दिल्ली विश्वविद्यालय 140 से अधिक शिक्षक जुड़े और अपनी बात रखी । विवेकानंद कॉलेज की प्रिंसिपल द्वारा कोरोना काल में 30 अप्रैल को विभिन्न विभागों में कार्यरत्त 12 एडहॉक टीचर्स की सर्विस टर्मिनेट कर दी। 29 अप्रैल तक इन एडहॉक टीचर्स का कार्यकाल था, 30 अप्रैल को इन्हें पुनर्नियुक्ति दी जानी थी जिसे प्रिंसिपल ने नहीं दी। डूटा के नेतृत्व में दिल्ली विश्वविद्यालय के तमाम शिक्षक संगठनों ने सोमवार को घरों में रहकर सुबह 11बजे से लेकर 1 बजे तक ऑनलाइन धरना दिया। डूटा अध्यक्ष राजीब रे ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से तुरंत इन सभी 12 एडहॉक टीचर्स को बहाल करने की मांग की गई है। दिल्ली सरकार से विवेकानंद कॉलेज की प्रिंसिपल को हटाने की भी मांग की गई है। ऑन लाइन धरने का असर नार्थ कैम्पस के कॉलेजों में ज्यादा देखने को मिला। यहां शिक्षकों ने क्लासेज न लेकर धरने से जुड़कर प्रदर्शन को पूरी तरह से सफल बनाया। बता दें कि सोमवार को आयोजित इस ऑनलाइन धरने में विवेकानंद कॉलेज के एडहॉक टीचर्स काफी संख्या में जुड़े। एडहॉक शिक्षकों ने इस धरने पर अपनी एकता का परिचय देते हुए 11 से 1 बजे के बीच के समय की क्लासेज का पूरी तरह बायकट किया। धरने का नेतृत्व डूटा अध्यक्ष राजीब रे ने किया। उनके अलावा तमाम शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों ने इसमें भाग लिया। डीटीए प्रभारी डॉ हंसराज सुमन, पूर्व डूटा अध्यक्ष डॉ आदित्य मिश्रा, ईसी सदस्य डॉ वीएस नेगी, विद्वत परिषद सदस्य सुनील कुमार, डॉ आलोक पाण्डेय, डॉ प्रेमचंद , डीटीए अध्यक्ष डॉ आशा रानी ने भी धरने में भाग लिया। धरना स्थल से ही दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन ( डीटीए ) के प्रभारी डॉ. हंसराज सुमन ने कैबिनेट मंत्री गोपाल राय और कॉलेज गवनिर्ंग बॉडी के चेयरमैन मुनीश कौशिक को वाट्सएप और ईमेल के माध्यम से डूटा की मांग का समर्थन करते हुए एक ज्ञापन दिया। मुनीश कौशिक को लिखे पत्र में उन्हें बताया है कि विवेकानंद कॉलेज की प्रिंसिपल का 5 साल से अधिक कार्यकाल होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने उसे एक्सटेंशन देने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि वह किस आधार पर अभी तक पद पर बनी हुई है। उन्होंने कहा है कि गवनिर्ंग बॉडी की वैधानिक, नैतिक जिम्मेदारी है कि ऑडिनेश 12 के अंतर्गत एडहॉक शिक्षकों का सेवा विस्तार शैक्षणिक सत्र के अंतिम दिन तक होना चाहिए। डीटीए ने अपने पत्र में दिल्ली सरकार को अवगत कराते हुए आग्रह किया है कि विवेकानंद कॉलेज में उपजे संकट का दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रावधानों के अंतर्गत यथाशीघ्र समाधान के लिए गवनिर्ंग बॉडी के चेयरमैन को तत्काल निर्देश देने की मांग की है। साथ ही उन्होंने 12 एडहॉक टीचर्स की पुनर्नियुक्ति और विश्वविद्यालय के द्वारा प्रिंसिपल को कार्यकाल का विस्तार न देने के कारण पद मुक्त करने की मांग की है। --आईएएनएस जीसीबी/एएनएम