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मुकुल गोयल ने संभाला डीजीपी का कार्यभार, बोले, सभी को सुरक्षा का अहसास दिलाना पुलिस की प्राथमिकता

लखनऊ, 2 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मुकुल गोयल ने शुक्रवार को अपना कार्यभार संभाल लिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी को सुरक्षा का अहसास दिलाना ही पुलिस की प्राथमिकता है। शुक्रवार को मुख्यालय पहुंचकर गोयल ने डीजीपी का चार्ज लिया। डीजीपी का चार्ज लेने के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पांच साल बाद वापस आया हूं। आप सबके सपोर्ट की जरूरत है। आप सबकी मदद से प्रदेश की कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाएगा, जो बिना जनता के सहयोग के संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस के अधिकारी किसी भी स्तर के हों जनता से सीधे जुड़ें। जनता और पुलिस के बीच की दूरी कम हो। छोटे-छोटे अब अपराध को नजरअंदाज करना महंगा पड़ता है। जो अच्छा काम कर रहे हैं उन्हें शाबाशी दीजिए। आज के दौर में पुलिस के कार्य में तकनीक का इस्तेमाल जरूरी है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से चले किसान आंदोलन तो ठीक हैं, जहां कानून व्यवस्था की बात आएगी वहां पुलिस अपना काम करेगी। नए डीजीपी ने कहा कि कई बार छोटे-छोटे अपराधों की अनदेखी बड़ी घटनाओं को जन्म देती है। पुलिसकर्मियों को अधिक संवेदनशील होकर हर छोटी घटना में कर्रवाई का संदेश भी देना होगा। मैं चाहूंगा कि अधिकारी फील्ड में जाएं और थाना स्तर पर पीड़ितों की सुनवाई और कार्रवाई की समीक्षा करें। डीजीपी ने कहा कि कानून व्यवस्था को बनाए रखना चुनौती है। उन्होंने पुलिसिंग में तकनीकी के और अधिक समावेश पर विशेष जोर देने की बात भी कही। कानपुर के बहुचर्चित बिकरू कांड पर मुकुल गोयल बोले कि कुछ छोटी गलतियों की वजह से इतनी बड़ी घटना हुई थी। कई वर्षों से अपराधियों और कुछ पुलिसकर्मियों के बीच गठजोड़ बना था, जिसे ठीक ढंग से देखा नहीं गया। इससे पहले शुक्रवार सुबह नवनियुक्त डीजीपी मुकुल गोयल नई दिल्ली से लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे। वह एयरपोर्ट से सीधे हनुमान सेतु मंदिर पहुंचे। वहां पर दर्शन-पूजन के बाद वह लोक भवन गए। वहां उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ करीब आधा घंटा तक मुलाकात की। इसके बाद वह सिग्लेचर बिल्डिंग के लिए रवाना हो गए। 30 जून को सेवानिवृत होने के बाद हितेश चंद्र अवस्थी ने डीजीपी का कार्यभार एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार को सौंपा था। उत्तर प्रदेश में पुलिसिंग का लम्बा अनुभव रखने वाले डीजीपी मुकुल गोयल को इसका लाभ भी मिला। 1987 बैच के आईपीएस अफसर मुकुल गोयल का नाम तीन अफसरों में से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुना। मुकुल गोयल हाल ही में बीएसएफ में एडीशनल डीजी थे। उत्तर प्रदेश में वह एडीजी कानून-व्यवस्था के साथ ही कई जिलों में एसएसपी तथा एसपी भी रहे हैं। मुकुल गोयल मेरठ, गोरखपुर, वाराणसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक थे। इसके साथ उन्होंने एसपी आजमगढ़ की भी जिम्मेदारी संभाली। वह कानपुर, आगरा और बरेली रेंज के डीआईजी भी रहे। मुकुल बरेली जोन के पुलिस महानिरीक्षक के पद पर भी रहे। --आईएएनएस विकेटी/एएनएम

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