तीन तलाक कुप्रथा को खत्म कर ‘समाज सुधारक’ के रूप में भी उभरे प्रधानमंत्री मोदी: BJP प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन
तीन तलाक कुप्रथा को खत्म कर ‘समाज सुधारक’ के रूप में भी उभरे प्रधानमंत्री मोदी: BJP प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन

तीन तलाक कुप्रथा को खत्म कर ‘समाज सुधारक’ के रूप में भी उभरे प्रधानमंत्री मोदी: BJP प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन

भाजपा प्रवक्ता व पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने शुक्रवार को कहा कि ‘‘तलाक ए बिद्दत’’ की कुप्रथा को समाप्त करने के बाद जो परिणाम आए हैं उससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहचान एक बड़े ‘‘समाज सुधारक’’ के रूप में भी हुई है। मुस्लिम महिलाएं (शादी पर अधिकारों के संरक्षण) अधिनियम 2019 की पहली वर्षगांठ पर पीटीआई-भाषा से बातचीत में हुसैन ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज पर इस कानून का कितना प्रभाव हुआ, इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि आज मुस्लिम महिलाएं प्रधानमंत्री को ‘‘मोदी भाईजान’’ कह कर बुलाने लगी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘तीन तलाक की कुप्रथा को समाप्त कर प्रधानमंत्री मोदी ने मुस्लिम महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का जो अवसर दिया है उससे नरेंद्र मोदी जी की पहचान सिर्फ एक सफल प्रधान सेवक के तौर पर ही नही बल्कि भारत के साथ साथ पूरी दुनिया में 20 वीं सदी के एक समाज सुधारक के रूप में भी हुई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुस्लिम महिलाएं आज उन्हें इस सम्मान के बदले अपने बड़े भाई की हैसियत दे रही हैं और उन्हें ‘मोदी भाई जान’ के नाम से पुकारती हैं।’’ हुसैन ने कहा कि तीन तलाक कानून से मुस्लिम महिलाओं को समान अधिकार मिला। इसके लागू होने के बाद तीन तलाक के मामलों में 82 फीसद तक कमी आई है। उन्होंने कहा, ‘‘आज इस कुप्रथा को रोकने के लिए बने कानून को एक साल पूरा हो रहा है। मुस्लिम महिलाएं, जो शाह बानो से लेकर शायरा बानो तक, दशकों तक तीन तलाक का दंश झेलती रहीं और समाज में सम्मान और समानता के हक से वंचित रखी गईं, वो आज सम्मान से सिर उठा कर बराबरी के साथ जी रही हैं।’’ उन्होंने कहा कि इस कानून की वजह से तलाक ए बिद्दत के मामलों में 82 फीसदी की कमी तो आई ही है, सबसे बड़ी बात है कि इसकी वजह से आज मुस्लिम बहनें समाज में सभी वर्ग की महिलाओं की तरह सम्मान से जी रही हैं और कंधे से कंधा मिलाकर अपनी तरक्की की नई इबारत लिख रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आज का दिन मुस्लिम महिलाओं के लिए जश्ने आज़ादी के दिन की तरह ही पाक दिन है।’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तमाम इस्लामिक देशों जैसे मिस्र, सूडान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, इराक, सीरिया, मलेशिया व दुनिया के बाकी देशों में भी तलाक ए बिद्दत पहले से गैर कानूनी था लेकिन भारत में मुस्लिम धर्म गुरुओं और धार्मिक संगठनों ने इस कुप्रथा को खुद से खत्म करने का प्रयास नही किया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर कर दिया होता तो सरकार का इसमें दखल देने का कोई इरादा नहीं था। लेकिन जब ये नही हुआ तब प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से जो मुस्लिम बहनों को सम्मान के साथ जीने का हक़ देने का वायदा किया था उसे एक साल के भीतर पूरा किया।’’ उन्होंने कहा कि इस वजह से मुस्लिम समाज की महिलाएं नरेंद्र मोदी जी को नए युग का ‘‘समाज सुधारक’’ मानती हैं। मुस्लिम महिला (विवाह के अधिकारों का संरक्षण) कानून में मुस्लिम पुरुषों द्वारा तीन तलाक दिये जाने का निषेध किया गया है। कानून का उल्लंघन होने की स्थिति में तीन वर्ष तक की जेल का प्रावधान है।-newsindialive.in

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