ममता ने लगाया फोन टैपिंग का आरोप, मांगा पीएम का इस्तीफा
17/04/2021 कोलकाता, 17 अप्रैल (हि.स.)। लाशों को लेकर राजनीति करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोपों पर बिफरी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फोन टैपिंग का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी से इस्तीफा मांगा है। बर्दवान के गलसी के बाद इसी जिले के काटवा में दूसरी जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस आरोप को दोहराया कि केंद्र सरकार के इशारे पर उनका फोन टैप किया जा रहा है। इसके लिए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री को जिम्मेवार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि पीएम को शर्म आनी चाहिए, एक मुख्यमंत्री का फोन टैप करवा रहे हैं। उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए उसके बाद लोगों को मुंह दिखाएं। फोन इंटरसेप्ट करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट का निर्देश का उल्लेख करते हुए ममता ने कहा कि मैंने सीआईडी से कह दिया है जांच करने के लिए। किसने मेरे फोन को टैप किया है, इसकी जांच होगी। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि ऑडियो में बातचीत की आवाज उन्हीं की है। उन्होंने कहा, "मैंने केवल इतना कहा था कि शवों को रख दो, मैं दूसरे दिन आऊंगी। चुनाव आयोग ने रोक लगाई थी इसलिए जा नहीं सकती थी।" यहां गौर करने वाली बात है कि चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया है कि वायरल ऑडियो फर्जी है। ममता ने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि हर बार मतदान वाले दिन प्रधानमंत्री बंगाल आते हैं और झूठ बोलते हैं। सीएम ने कहा कि छह महीने तक बंगाल में कोरोना नहीं हुआ। उस समय केंद्र सरकार के पास मौका था। सब को वैक्सीन दी जा सकती थी लेकिन नहीं दी गई। कोई भी वायरस दो बार हमलावर होता है। बीच में जो गैपिंग का समय था उसका सदुपयोग केंद्र सरकार नहीं कर सकी। राज्य में कानून व्यवस्था की बेहतरी का दावा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बंगाल में 88 फास्ट ट्रैक कोर्ट है जिनमें से 45 महिला कोर्ट हैं। उन्होंने कहा कि सात साल से केंद्र सरकार ने कुछ भी नहीं किया है। वे सोनार बांग्ला बनाने का झूठा वादा कर रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश/मधुप