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महाराष्ट्र ने केंद्र से मांगी ऑक्सीजन की आपूर्ति

मुंबई, 17 अप्रैल (हि.स.)। महाराष्ट्र में कोरोना महामारी का प्रकोप जारी है। मरीजों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव बढ़ रहा है। ऑक्सीजन की किल्लत के कारण महाराष्ट्र सरकार सकते में है। महाराष्ट्र सरकार ने केंद्र सरकार से रेल मार्ग से अन्य राज्यों से ऑक्सीजन की आपूर्ति करने की मांग की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश की सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ कोरोना की स्थिति को लेकर चर्चा की। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से महाराष्ट्र को रेल मार्ग से ऑक्सीजन परिवहन की अनुमति देने की मांग की है। टोपे ने राज्य में ऑक्सीजन, रेमडेसीविर इंजेक्शन की कमी, टीकाकरण, वायरस के बदलते गुणधर्म से संबंधित बातें केंद्रीय मंत्री के संज्ञान में लाई। स्वास्थ्य मंत्री टोपे के अनुसार महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की मांग और उसकी उपलब्धता को देखते हुए अन्य राज्यों से रेल के माध्यम से ऑक्सीजन आपूर्ति की अनुमति दी जानी चाहिए। साथ ही राज्य की औषधि उत्पादक कंपनियों को रेमडेसीविर इंजेक्शन तैयार करने की अनुमति प्रदान की जाए। प्रदेश में प्रतिदिन आठ लाख टीका देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए जल्द से जल्द वैक्सीन की आपूर्ति की जाए। स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने बताया कि महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए अन्य राज्यों से महाराष्ट्र की ओर ऑक्सीजन लेकर आनेवाले वाहनों को न रोका जाए। इस संबंध में केंद्रीय गृह सचिव ने संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है। सड़क मार्ग से ऑक्सीजन लाने में समय लगता है, इसलिए केंद्र सरकार रेलवे मंत्रालय को रेल मार्ग से ऑक्सीजन का परिवहन करने का निर्देश दे। हवा से ऑक्सीजन खोज कर मरीजों को देनेवाले १३२ संयंत्र राज्यों को दिए जाएंगे। इसमें ज्यादा से ज्यादा प्लांट महाराष्ट्र को देने की मांग की गई है। रेमडेसीविर पर निर्यात बंदी लगाई गई है। 15 उत्पादक कंपनियों के पास रेमडेसीविर का भंडारण है, इसमें से अधिकांश खुराक महाराष्ट्र को दी जाए। कोरोना वायरस का गुणधर्म बदल चुका है। महाराष्ट्र से जांच के लिए नमूने भेजे गए हैं।1100 में से 500 नमूनों की जांच हो चुकी है। इस संबंध में विस्तार से जानकारी देने की मांग की गई है। हिन्दुस्थान समाचार/ विनय

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