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लोकसभा अध्यक्ष 25 फरवरी को शिलांग में मेघालय विधान सभा के सदस्यों को करेंगे संबोधित

नई दिल्ली, 24 फरवरी (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 25 फरवरी को शिलांग में विधान सभा प्रांगण में मेघालय विधान सभा के सदस्यों को सम्बोधित करेंगे। वह मेघालय विधान सभा के नए भवन के निर्माण स्थल का दौरा भी करेंगे। इसके साथ ही बिरला 26 फरवरी को शिलांग में मेघालय और अन्य उत्तर-पूर्वी राज्यों के स्थानीय निकायों हेतु आउटरीच और परिचय कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। बिरला के साथ इस कार्यक्रम में मेघालय के मुख्यमंत्री डॉ कॉनराड के. संगमा, केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री रामेश्वर तेली, मेघालय विधान सभा के अध्यक्ष मेतबाह लिंग्दोह, मेघालय सरकार के जिला परिषद कार्य विभाग के मंत्री लखमेन रिंबुई, पद्मश्री 2020 पुरस्कार से सम्मानित त्रिनिती सायो और पद्मश्री 2005 पुरस्कार से सम्मानित थाईलिन फॉनबुह भी शामिल होंगी। बिरला ने देश की पंचायती राज संस्थाओं हेतु आउटरीच कार्यक्रम आयोजित करने की एक अनूठी पहल की है। लोक सभा सचिवालय के संसदीय लोकतंत्र, शोध और प्रशिक्षण संस्थान (प्राइड) द्वारा देश की पंचायती राज संस्थाओं हेतु आयोजित किया जा रहा आउटरीच और परिचय कार्यक्रम अपनी तरह का पहला कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से निचले स्तर से शीर्ष स्तर तक विभिन्न स्तरों पर कार्यरत लोकतांत्रिक संस्थाओं द्वारा अपनाई जा रही पद्धतियों और प्रक्रियाओं के बारे में जागरुकता बढ़ाकर लोकतंत्र में भागीदारी को बढ़ावा देने पर ध्यान दिया जा रहा है। इस वर्ष 8 जनवरी को देहरादून में आयोजित ऐसे पहले आउटरीच कार्यक्रम में उत्तराखंड के 13 जिला पंचायत अध्यक्षों, 12 जिला पंचायत उपाध्यक्षों, 125 जिला पंचायत सदस्यों, 85 ब्लॉक पंचायत प्रमुखों और 210 ग्राम प्रधानों सहित 445 पंचायत प्रतिनिधियों ने व्यक्तिगत रूप से भाग लिया था । इसके अतिरिक्त, लगभग 40,000 पंचायत प्रतिनिधि और अधिकारीगण भी वेबलिंक के माध्यम से इस कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़े थे । इस आउटरीच कार्यक्रम का अगला आयोजन मेघालय और अन्य उत्तर-पूर्वी राज्यों की जमीनी स्तर की संस्थाओं के लिए शिलांग, मेघालय में 26 फरवरी को किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का विषय ‘पंचायती राज प्रणाली, स्वायत्त जिला परिषद: विकेंद्रीकृत लोकतंत्र का सुदृढ़ीकरण’ है। मेघालय की स्वायत्त जिला परिषदों के लगभग 90 सदस्य व्यक्तिगत रूप से उपरोक्त कार्यक्रम में भाग लेंगे। इसके अतिरिक्त, अन्य उत्तर-पूर्वी राज्यों के स्थानीय स्वशासी निकायों के 80 प्रमुख प्रतिनिधि, जिनमें अरुणाचल प्रदेश से 25 जिला परिषद अध्यक्ष, असम से 26 जिला परिषद अध्यक्ष, मणिपुर से 6 जिला परिषद अध्यक्ष, मिजोरम से 6 एमडीसी, नगालैंड की ग्राम परिषदों से मनोनीत 5 प्रधान, सिक्किम से 4 जिला परिषद अध्यक्ष और त्रिपुरा से 8 जिला परिषद अध्यक्ष शामिल हैं, व्यक्तिगत रूप से इस कार्यक्रम में भाग लेंगे । इसके अतिरिक्त, उत्तर-पूर्व के सभी राज्यों के शेष पंचायत प्रतिनिधि वेबलिंक के माध्यम से इस कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़ेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/अजीत

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