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भू-स्थानिक नीतियों के उदारीकरण से नवाचार को मिलेगा बढ़ावा: प्रो. आशुतोष शर्मा

नई दिल्ली, 23 फरवरी (हि.स.)। देश की मैपिंग नीति में व्यापक बदलाव करते हुए केंद्र सरकार ने बीते सप्ताह भू-स्थानिक आंकड़ों (डाटा) के अधिग्रहण और उत्पादन को नियंत्रित करने वाली नीतियों के उदारीकरण की घोषणा की थी। इस कदम से क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा तथा सार्वजनिक एवं निजी संस्थाओं के लिए समान अवसर भी पैदा होंगे। यह बातें विज्ञान और प्रौद्योगिकी (डीएसटी) सचिव प्रो. आशुतोष शर्मा ने फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा मंगलवार को आयोजित ऑनलाइन अभिनंदन समारोह में कही। वेबीनार के जरिए संबोधित करते हुए डीएसटी सचिव प्रो. शर्मा ने कहा कि भू-स्थानिक नीतियों के उदारीकरण से इस क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा और सार्वजनिक के साथ-साथ निजी क्षेत्र के लिए भी समान प्रतिस्पर्धा का अवसर बनेगा। उन्होंने यह भी बताया कि नए दिशा-निर्देशों के तहत क्षेत्र को नियंत्रण मुक्त करने के साथ मंजूरी हासिल करने जैसे पहलुओं को दूर किया गया है। अब से भू-स्थानिक आंकड़े के अधिग्रहण और उत्पादन के लिए पहले से मंजूरी लेना, सुरक्षा मंजूरी, लाइसेंस की जरूरत नहीं होगी। पुरस्कार समारोह में सचिव ने बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों को पुनर्जीवित करने के लिए भूस्थानिक प्रौद्योगिकी की शक्ति का उपयोग हमारा उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि इस एक निर्णय से भारत की भू-मानचित्रण क्षमता का उपयोग सभी क्षेत्रों में देश के उच्च लक्ष्य के लिए किया जा सकेगा और सुरक्षा उद्देश्यों के लिए केवल इसकी भू-मानचित्रण क्षमता तक सीमित नहीं होगा। वहीं उन्होंने सभी हितधारकों से भूस्थानिक डाटा के विभिन्न पहलुओं के बारे में सिफारिशें, अंतर्दृष्टि एवं सलाह तथा नीति को मजबूत करने की दिशा में पूरे इकोसिस्टम का उपयोग कैसे किया जाए, जैसी जानकारियां सब तक पहुंचाने की भी बात कही। इस पुरस्कार समारोह में क्षेत्र के नवाचारों को मान्यता दी गई। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) को ई-शासन एवं भारत मैप्स की योजना के लिए बहुस्तरीय जीआईएसको लेकर परियोजना निर्माण के लिए गवर्नेंस अवार्ड में भू-स्थानिक उत्कृष्टता प्राप्त हुई। वहीं गुजरात सरकार के कृषि सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग को गुजरात राज्य के लिए रिमोट सेंसिंग एवं भूस्थानिक तकनीकों का उपयोग कर फसल क्षेत्र एवं नुकसान के आकलन परियोजना और एनटीपीसी लिमिटेड की विभिन्न प्रक्रियाओं में ड्रोन के परियोजना एकीकरण को लेकर आइडिया फोर्ज टेक्नोलॉजी के लिए भूस्थानिक प्रौद्योगिकी नवाचार पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अलावा एमएल इन्फोमैप को एलपीजी के कुशल एवं सुरक्षित परिवहन को लेकर भूस्थानिक प्रौद्योगिकी परियोजना के लिए और एलएंडटी कंस्ट्रक्शन को बृहद सिंचाई परियोजनाओं के लिए इंजीनियरिंग डिजाइन में एरियल लिडार सॉल्यूशन के परियोजना कार्यान्वयन के लिए बिजनेस एप्लीकेशन में भूस्थानिक उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए गए। हिन्दुस्थान समाचार/आकाश

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