Khichdi: Faith, tradition, a wonderful confluence of enthusiasm, a surge in Gorakhnath
Khichdi: Faith, tradition, a wonderful confluence of enthusiasm, a surge in Gorakhnath

खिचड़ी : आस्था, परम्परा, उत्साह का अद्भुत संगम, गोरखनाथ में उमड़ा रेला

गोरखपुर, 14 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवा को बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर मकर संक्रांति की भोर चार बजे शिवावतारी गुरु गोरखनाथ को परम्परागत तरीके से पहली खिचड़ी चढ़ाई। फिर नेपाल राजवंश की ओर से खिचड़ी चढ़ी और नाथयोगियों, साधु संतों के खिचड़ी चढ़ाने के बाद आमजन द्वारा खिचड़ी चढ़ाना शुरू हुआ। कुछ पल में ही श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। यह सिलसिला अभी जारी है। गोरक्षपीठाधीश्वर आदित्यनाथ गुरुवार की भोर 3.30 बजे ही श्रीनाथ मंदिर स्नान ध्यान कर पहुंच गए थे। प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, देवी पाटन मंदिर के महंत मिथलेशनाथ, शांतिनाथ, महंत पंचानन पुरी, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रनाथ, योगी दिनेशनाथ, योगी धर्मेंद्रनाथ, सोमनाथ, बैरागी बाबा आदि साधु संतों की मौजूदगी में योगी आदित्यनाथ द्वारा नाथसंप्रदाय की परम्परा के मुताबिक जमीन पर बैठकर नादी प्रणाम किया गया और गोरक्षपीठ की ओर से खिचड़ी चढ़ाई गई। फिर त्रेतायुग से प्रज्ज्वलित अखण्ड ज्योति की पूजा हुई। प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने नेपाल राजवंश की ओर से खिचड़ी चढ़ाई। उसके बाद एक-एक कर सभी नाथ योगियों ने खिचड़ी चढ़ाई। ढोल-नगाड़ों की ध्वनि से गूंजता रहा परिसर इस दौरान पूरा मंदिर परिसर ढोल, नगाड़ों से गूंजता रहा था। श्रद्धालुओं द्वारा जय गुरु गोरखनाथ का जयघोष किया जाता रहा। यह अब भी जारी है। भोर से ही जारी है खिचड़ी चढ़ाने का सिलसिला गोरक्षनाथ मंदिर का खिचड़ी मेला पूर्वांचल की लोक आस्था से जुड़ा है। यहां का लोकप्रिय खिचड़ी मेला गुरुवार से शुरू हो गया। हालांकि यह मेला नए साल के प्रथम दिन से ही चल रहा है। बता दें कि खिचड़ी चढ़ाने के लिए 48 घंटे पहले से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। दूरदराज से आए श्रद्धालु मंदिर में देर रात से ही लाइन लगाना शुरू कर दिए थे। भोर तक हजारों की संख्या में श्रद्धालु लाइन में खड़े हो खिचड़ी चढ़ाने के लिए अपनी बारी आने का इंतजार करने लगे थे। गुरुवार की भोर में 4:30 बजे से आमजन ने खिचड़ी चढ़ानी शुरू कर दी। कर दी गई है यातायात व्यवथा में बदलाव मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने वालों की आ रही भीड़ को देखते हुए पूरे शहर में यातायात परिवर्तन किए गए हैं। शहर और मंदिर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस-पीएसी तैनात की गई है। पुलिस व प्रशासनिक आला अफसर कड़ी निगरानी रखे हुए हैं। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी की जा रही है। पुलिस व प्रशासनिक टीम के अलावा तमाम स्वयंसेवी संस्थाओं के कार्यकर्ता व मंदिर से जुड़े लोग श्रद्धालुओं की मदद को लगे हुए हैं। चल रहा भंडारा, खिचड़ी बनी प्रसाद गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रसाद स्वरुप खिचड़ी खिलाने की परंपरा है। शुद्ध देशी घी में बनी खिचड़ी सबको पूरे दिन परोसा जाएगा। आम हो या खास खिचड़ी खाने मंदिर हर साल यहां आता है। नेपाल के श्रद्धालुओं का आना है जारी गोरखनाथ मंदिर के सुप्रसिद्ध खिचड़ी मेला में हरियाणा, दिल्ली, यूपी, बिहार आदि प्रदेशों के साथ नेपाल तक के श्रद्धालु यहां खिचड़ी चढ़ाने आ रहे हैं। अभी इनके आने का सिलसिला चल रहा है। यहां आस्था, परम्परा और उत्साह के संगम का अद्भुत नजारा दिख रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/आमोद-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in