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यूं ही मिलता रहा ऑक्सीजन तो नहीं होने देंगे एक भी मौत : अरविंद केजरीवाल

श्वेतांक पाण्डेय नई दिल्ली, 06 मई (हि. स.)। ' कल केंद्र ने पहली बार दिल्ली को 730 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भेजी है। मैं केंद्र सरकार, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करता हूँ। लेकिन एक दिन ही 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भेजने से काम नहीं चलेगा। मेरी हाथ जोड़ कर विनती है, दिल्ली को रोजाना 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देते रहिए।' ये बातें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कही। मुख्यमंत्री ने दावा करते हुए कहा कि ' अगर 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन रोजाना आ जाती है तो हम दिल्ली में 9000-9500 ऑक्सीजन बेड तैयार कर सकते है।अगर दिल्ली को समुचित ऑक्सीजन मिल गई तो मैं यकीन दिलाता हूँ दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं होने देंगे। ' मुख्यमंत्री ने दिल्ली में 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को से रजिस्ट्रेशन करके वैक्सीन लगवाने का भी अनुरोध किया है । उन्होंने कहा कि ' जब से युवाओं के लिए वैक्सीनेशन शुरू हुई है, युवाओं में बहुत उत्साह है। दिल्ली सरकार ने वैक्सीनेशन सेंटर पर जो सुविधाएं की है, उसे लेकर लोग बहुत खुश है। मेरी सभी से अपील है, जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई, वो रजिस्टर करके वैक्सीन जरूर लगाएं। पिछले तीन दिनों में हम 1,30,000 युवाओं को वैक्सीन लगवा चुके हैं।' उल्लेखनीय है कि देश में प्रतिदिन 7,500 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है और 6,600 मीट्रिक टन राज्यों को चिकित्सा उद्देश्यों के लिए आवंटित किया जा रहा है । केंद्र सरकार ने राज्यों में ऑक्सीजन संकट को देखते हुए सभी राज्यों के ऑक्सीजन कोटे को बढ़ा दिया है। जिसके बाद महाराष्ट्र का कोटा 1,646 से बढ़ाकर 1,661 मीट्रिक टन, मध्य प्रदेश में 445 से 543 मीट्रिक टन, हरियाणा में 156 से 162 मीट्रिक टन, यूपी में 751 मीट्रिक टन से बढ़कर 753 मीट्रिक टन और पंजाब का 126 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 136 मीट्रिक टन कर दिया गया। वहीं आन्ध्र प्रदेश में यह आवंटन 360 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 440 मीट्रिक और उत्तराखंड का कोटा 83 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 103 मीट्रिक टन किया गया था। इसी समय दिल्ली के कोटे को 378 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 480 मीट्रिक टन किया गया था। लेकिन बावजूद इसके दिल्ली में ऑक्सीजन की मांग और अधिक बनी हुई थी। हिन्दुस्थान समाचार

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