जम्मू-कश्मीर: सैफुद्दीन सोज की नजरबंदी पर सरकार के जवाब से क्यों भड़के उमर अब्दुल्ला?

जम्मू-कश्मीर: सैफुद्दीन सोज की नजरबंदी पर सरकार के जवाब से क्यों भड़के उमर अब्दुल्ला?
जम्मू-कश्मीर: सैफुद्दीन सोज की नजरबंदी पर सरकार के जवाब से क्यों भड़के उमर अब्दुल्ला?

जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज (Saifuddin Soz) को नजरबंद करने के मामले पर जम्मू-कश्मीर सरकार के PRO रोहित कंसल ने ट्वीट कर सफाई, जिस पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) काफी भड़क गए और एक बाद एक लगातार तीन ट्वीट किए. दरअसल सैफुद्दीन सोज ने सरकार पर आरोप लगाया कि उन्हें अभी भी हाउस अरेस्ट किया हुआ है. इसलिए अब वो सरकार के खिलाफ कोर्ट जाएंगे. इस पर रोहित कंसल ने सफाई देते हुए कहा कि सोज किसी गिरफ्तारी या नजरबंदी के तहत नहीं हैं. सरकार का जवाब- गिरफ्तारी या नजरबंदी में नहीं सोज रोहत कंसल ने ट्वीट किया, “पूर्व सांसद और पूर्व मंत्री सैफुद्दीन सोज गिरफ्तारी या नजरबंदी के तहत नहीं हैं. वह दो बार- अक्टूबर और दिसंबर में दिल्ली गए थे. सामान्य सुरक्षा ड्रिल के साथ वह जहां भी जाना चाहता हैं, वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं. माननीय SC में झूठ बोलने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता.” “प्रचार के लिए इस्तेमाल न करें अधिकारिक ट्विटर हैंडल” वहीं कंसल के इस ट्वीट पर उमर अबदुल्ला भड़के और रीट्वीट करते हुए लिखा, “मुझे माफ कीजिएगा रोहित, लेकिन आधिकारिक ट्विटर हैंडल को प्रचार के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. मैंने आपके साथ निकटता से काम किया है और आपके यह ट्वीट निराशाजनक है. सोज साहब ने चिकित्सा कारणों से यात्रा की और घर लौटते ही उन्हें हिरासत में ले लिया.” उमर अबदुल्ला ने आगे कहा, “संयोग से वो सुरक्षा ड्रिल क्या है? क्या आप विस्तार से बताएंगे? क्या उन्हें हर बार घर से बाहर निकलने के लिए अनुमति लेनी होगी? मेरे सहयोगी को दिल्ली चेक-अप के लिए जाना था, 72 घंटों से ज्यादा तक उन्होंने परमिशन का इंतजार किया.” “सरकार के पास औपचारिक तौर पर हिरासत के कोई कागजात नहीं” NC नेता ने लिखा- “जिस पल वह श्रीनगर लौटे उन्हें फिर से हिरासत में लिया गया और मुझे यकीन है कि जब उनका मामला उच्च न्यायालय में आएगा तो सरकार दावा करेगी कि उन्हें हिरासत में नहीं लिया गया है. यह बहुत सुविधाजनक है क्योंकि औपचारिक तौर पर हिरासत के कोई कागजात नहीं हैं, बस गेट पर पुलिस को निर्देश दे दिए जाते हैं.” क्या था मामला? कांग्रेस (Congress) नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज (Saifuddin Soz) ने कहा कि अनुच्छेद 370 (Article 370) हटने के बाद से उन्हें गैरकानूनी तरीके से हाउस अरेस्ट करने पर वो सरकार के खिलाफ मुकदमा करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने सुप्रीम कोर्ट (SC) में झूठ बोला कि मुझे नजरबंद नहीं किया गया है. सुप्रीम कोर्ट में बंद हुई सुनवाई सैफुद्दीन सोज की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की हुई थी, जिसकी सुनवाई के दौरान बुधवार को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने एक हलफनामा दाखिल कर कहा कि सोज हिरासत में नहीं हैं, वे स्वतंत्र हैं. इस हलफनामें के बाद SC ने याचिका पर सुनवाई रोक दी.-newsindialive.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in