विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी को साथी समेत भेजा गया जेल
विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी को साथी समेत भेजा गया जेल

विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी को साथी समेत भेजा गया जेल

- जय ने बिकरू कांड से एक दिन पहले विकास को दिए थे दो लाख रुपये और 25 कारतूस - विकास दुबे को कानपुर से बाहर भगाने में की थी मदद, प्रशांत भी रहा था साथ कानपुर, 20 जुलाई (हि.स.)। सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों का हत्यारा दुर्दांत अपराधी विकास दुबे एसटीएफ की मुठभेड़ मारा गया, पर अभी भी घटना में बहुत से राज छिपे हैं। इसको लेकर पुलिस बराबर सभी बिन्दुओं पर जांच कर रही है और घटना में शामिल लोगों की बराबर गिरफ्तारी कर रही है। इसी क्रम में विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी को गिरफ्तार करके कई राज खुलवाने के बाद सोमवार को कई धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया। जय के साथ विकास के घर रुपया और कारतूस पहुंचाने वाले प्रशांत शुक्ला को भी जेल भेजा गया है। चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरु गांव में दो जुलाई की अर्धरात्रि को सीओ देवेन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर दबिश दे थी। इस दौरान विकास और साथियों ने अधाधुंध फायरिंग कर सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों को मौत की नींद सुला दिया। घटना के बाद से लगातार पुलिस कार्रवाई कर रही है और मुख्य अभियुक्त व पांच लाख के इनामी विकास दुबे को मुठभेड़ में मार गिराया। इसके अलावा पांच अन्य बदमाश भी मारे गये लेकिन अभी भी इस बड़ी घटना का पूरी तरह से पर्दाफाश नहीं हो पा रहा है और पुलिस बराबर प्रयासरत है। घटना के बाद पुलिस को पता चला कि विकास का खजांची बजरिया थाना क्षेत्र निवासी जय बाजपेयी है। इस पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और कड़ी पूछताछ के बाद साक्ष्य मिलने पर सोमवार को उसे गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया। जय बाजपेयी के एक और साथी कोहना थाना क्षेत्र निवासी प्रशांत शुक्ला को भी जेल भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक दोनों पर आरोप है कि घटना के एक दिन पहले विकास को दो लाख रुपया और 25 रिवाल्वर की कारतूस उपलब्ध कराए थे और घटना में इनका भी हाथ रहा। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद भी इन्होंने विकास की मदद की। जय बाजपेयी ने अपनी लग्जरी गाड़ियों के माध्यम से हत्यारों को कानपुर से बाहर भगाने में मदद की है। निरस्त होगा पासपोर्ट विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी पर पुलिस का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। पुलिस ने जय के शस्त्र लाइसेंस, रिवाल्वर और पासपोर्ट को जब्त कर लिया है। इसके साथ ही शस्त्र लाइसेंस और पासपोर्ट के निरस्तीकरण की फाइल भी तैयार कर ली गई है। निरस्तीकरण के लिए दस्तावेज आज जिलाधिकारी को भेज दिये गये हैं। पुलिस के मुताबिक जय पर अपराधिक मुकदमे चल रहे थे लेकिन इसके बाद भी उसके पास शस्त्र लाइसेंस और पासपोर्ट था। पासपोर्ट के जरिये वह विदेश भी जाता था। इन सभी पहलुओं की पुलिस जांच में जुटी हुई है। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/सुनीत-hindusthansamachar.in

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