जाधव पर पुनरीक्षण याचिका नहीं दाखिल करने का दबाव : भारत
जाधव पर पुनरीक्षण याचिका नहीं दाखिल करने का दबाव : भारत

जाधव पर पुनरीक्षण याचिका नहीं दाखिल करने का दबाव : भारत

अनूप/सुफल नई दिल्ली, 08 जुलाई (हि.स.)। भारत ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव पर इस बात के लिए दबाव डाला गया है कि वह इस मामले में पुनरीक्षण याचिका दायर नहीं करें। भारत ने इसे पाकिस्तान की शर्मनाक हरकत करार देते हुए कहा है कि जाधव को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले के अनुरूप आवश्यक राहत उपाय से वंचित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के अतिरिक्त अटॉर्नी जनरल ने आज कहा था कि जाधव सैनिक न्यायालय के फैसले के खिलाफ पुनरीक्षण याचिका दायर नहीं करना चाहता। उन्होंने यह भी कहा कि जाधव इसके बजाय क्षमा याचिका का सहारा लेना चाहता है। पाकिस्तान के इस बयान के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि भारत अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के फैसले को पूरी तरह कारगर तरीके से लागू कराने के लिए कूटनीतिक माध्यम से प्रयास कर रहा है। पाकिस्तान के बयान से जाहिर होता है कि वह अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के फैसले को लागू नहीं करना चाहता। विदेश मंत्रालय ने कहा कि सरकार जाधव को बचाने तथा सुरक्षित रूप से भारत लाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। इसके लिए सभी माध्यमों का उपयोग किया जाएगा। प्रवक्ता ने कहा कि कुलभूषण जाधव के साथ पिछले 4 वर्षों के दौरान पाकिस्तान में जो हो रहा है पड़ोसी देश का आज का बयान उसी की एक कड़ी है। जाधव को एक फर्जी सुनवाई के जरिए मृत्युदंड की सजा सुनाई गई तथा वह पाकिस्तान की सेना की हिरासत में है। जाधव को पुनरीक्षण याचिका दाखिल नहीं करने के लिए बाध्य किए जा रहा है जो एक घृणित कार्य है। प्रवक्ता ने कहा कि इस वर्ष 20 मई को पाकिस्तान ने एक अध्यादेश जारी किया था जिसमें प्रावधान था कि सैनिक अदालत द्वारा सुनाई गई सजा की समीक्षा उच्च न्यायालय कर सकता है। भारत ने इस पूरी प्रक्रिया को लेकर पाकिस्तान की मंशा पर सवाल उठाया था। प्रवक्ता ने कहा कि भारत की लगातार मांग के बावजूद जाधव को भारतीय अधिकारियों से बिना किसी बाधा के स्वतंत्र रूप से मिलने नहीं दिया जा रहा। भारत ने यह भी आग्रह किया था कि पाकिस्तान जाधव को किसी अन्य देश के वकील की सुविधा मुहैया कराए। पाकिस्तान ने इसे भी अस्वीकार कर दिया। पाकिस्तान ने सैन्य अदालत में चले फर्जी मामले के बारे में भारत को किसी प्रकार के दस्तावेज, प्राथमिकी, साक्ष्य, अदालती फैसले उपलब्ध नहीं कराए। प्रवक्ता ने कहा कि जाहिर है कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय अदालत के मामले का अनुपालन करने का ढोंग रच रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय भी यह मान चुका है कि पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया है। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

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