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पिछड़े राज्यों में दिखने लगा विकास का असर: गडकरी

- कहा, मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में विकास करते हुए तेजी से आगे बढ़ रहा उप्र लखनऊ, 02 अप्रैल (हि.स.)। केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विशेष रूप से पिछड़े हुए राज्यों में विकास की जो प्राथमिकता दी गई थी, उसके फल अब दिखने लगे हैं। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों का उल्लेख कभी बीमारू राज्य के रूप में किया जाता था, वह राज्य आज प्रगति व विकास के पथ पर तेजी से दौड़ रहे हैं, इस बात की देशवासियों को बहुत खुशी है। 21वीं सदी की राजनीति 'पॉलिटिक्स फॉर प्रोग्रेस एंड डेवलपमेंट' केन्द्रीय मंत्री गडकरी शुक्रवार को यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 280 करोड़ के दो फ्लाईओवर परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास करते हुए तेजी से आगे बढ़ रहा है। हम अक्सर यह मानते हैं कि 21वीं सदी की राजनीति 'पॉलिटिक्स फॉर प्रोग्रेस ऐंड डेवलपमेंट' है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प किया और भारत की अर्थव्यवस्था को पांच ट्रिलियन डॉलर बनाने का आह्वान करते हुए एक मिशन सबके सामने रखा है। उन्होंने कहा कि इस अर्थव्यवस्था में 111 लाख करोड़ रुपये का इंफ्रास्ट्रक्चर हमें देश में पांच साल के अन्दर बनाना है। इसी काम को करने के लिए रोड सेक्टर की जिम्मेदारी हमारे विभाग पर है। विश्व में सबसे तेज सड़क निर्माण करने में हिन्दुस्तान अव्वल उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने इसी महीने में तीन विश्व रिकार्ड प्रतिस्थापित किए हैं। कल ही हमने देश में प्रतिदिन औसतन 37 किलोमीटर हाइवे बनाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। कोरोना संक्रमण काल होने के बावजूद हमारे लोगों ने दिन रात काम करके देश में औसतन 37 किलोमीटर प्रतिदिन रोड कंस्ट्रक्शन किया और अब विश्व में 'फास्टेस्ट रोड कंस्ट्रक्शन' करने में हिन्दुस्तान प्रथम क्रमांक पर आ गया है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, मुम्बई-दिल्ली एक्सप्रेसवे हाइवे की चार लेन सीमेंट कंक्रीट रोड 2.5 किलोमीटर चौबीस घंटे में पूरा करके गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी विभाग ने अपना नाम दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही तीसरा विश्व रिकॉर्ड सोलापुर से बीजापुर तक 25 किलोमीटर के सिंगल लेन का कार्य 24 घंटे में पूरा कर के ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया है। भुखमरी और बेरोजगारी दूर करने को उद्योगों की दरकार उन्होंने कहा कि हमारा देश तेजी से बदल रहा है। अगर देश की गरीबी भुखमरी और बेरोजगारी दूर करनी है तो हमें उद्योगों की आवश्यकता है और वॉटर, पावर, ट्रांसपोर्ट तथा कम्युनिकेशन के बिना उद्योग नहीं आ सकते। उन्होंने कहा कि उद्योग नहीं आएंगे तो कैपिटल इन्वेस्टमेंट नहीं आएगा और कैपिटल इन्वेस्टमेंट नहीं आएगा तो रोजगार निर्माण नहीं होगा। इसके साथ ही गरीबी कभी दूर नहीं होगी। राजनाथ की फ्लाईओवर-सड़क की सभी मांगें मंजूर करने की घोषणा गडकरी ने कहा कि इसी के मद्देनजर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन कैनेडी कहते थे कि 'अमेरिकन रोड आर नॉट गुड बिकॉज अमेरिका इज रिच, बट अमेरिका इज रिच बीकॉज अमेरिकन रोड्ज आर गुड।' इसका सीध अर्थ है कि सड़क अच्छी बनने से सम्पन्नता आती है और इसलिए हम लखनऊ व उत्तर प्रदेश में अन्य जगह काफी काम कर रहे हैं। उन्होंने मंच से रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह की ओर से अपने विभाग से सम्बन्धित सभी परियोजनाओं की स्वीकृति देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री ने आज जितनी बातों का उल्लेख किया है, जितने फ्लाईओवर और सड़कें मांगी हैं, उन सभी को मैं मंजूर करने की घोषणा करता हूं। पांच-दस हजार करोड़ रुपये लखनऊ के लिए देने को तैयार केन्द्रीय मंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि लोगों को शायद लगेगा कि मैं घोषणा करूंगा और चला जाऊंगा लेकिन ऐसा नहीं होगा। मुझे अभी मेरी घोषणा के बारे में सवाल करने वाला नहीं मिला है। मैं जो कहता हूं वही करूंगा और जो करूंगा वही बोलूंगा। उन्होंने कहा कि ज्येष्ठ मित्र राजनाथ सिंह जी ने मेरा बहुत कम ही उपयोग किया है। वैसे वह पांच दस हज़ार करोड़ रुपये लखनऊ के लिए मांग लेते तो मैं देने को तैयार हूं, वह भी ऑफर मैं उनको देकर जा रहा हूं। गडकरी ने कहा कि हमारा 1,18,000 करोड़ रुपये का बजट है। अभी हमने नौ लाख करोड़ के काम ही अवार्ड किए हैं और चार लाख करोड़ कैपिटेल मार्केट से खड़े किये हैं। उन्होंने कहा कि लोग लाइन में खड़े हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में हमें दस हजार करोड़ चाहिए थे तो तीन बैंकों से ऑफर आ गये। आज पैसे की कमी नहीं है। हिन्दुस्तान में कमी है तो काम करने वालों की। हमारा विजन विकास का होगा तो इस देश की तस्वीर को बदलने के लिए समय नहीं लगेगा। कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस वे 2022 से पहले तैयार करने का किया ऐलान केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हम कानपुर से लखनऊ एक्सप्रेसवे बनाने जा रहे हैं। वादा है कि 2022 समाप्त होने के पहले इसे पूरा कर लिया जाएगा। दोनों शहरों की दूरी केवल आधा घंटे में तय की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि इस तरह देश में 22 एक्सप्रेसवे हाइवे हम बना रहे हैं। इसी तरह हम दिल्ली और मुम्बई के बीच में एक लाख करोड़ का एक हाइवे बना रहे हैं, जिसका 50 फीसदी काम पूरा हो चुका है और एक साल में बाकी काम भी पूरा हो जाएगा। इसके बाद दिल्ली से मुम्बई की दूरी महज 12 घंटे में पूरी हो जाएगी। आज ही उत्तर प्रदेश के एक मंत्री मेरठ से दिल्ली में मेरे आवास पर महज 35 मिनट में ही पहुंच गए। इसी तरह मुम्बई और पुणे के बीच पहले आठ घंटे लगते थे लेकिन आज मात्र पौने दो घंटे लगते हैं। पुणे मुम्बई के बीच जब हाइवे नहीं था तो आठ हवाई जहाज चलते थे और हाइवे बन गया तो हवाई जहाज बंद हो गए। इसी तरह दिल्ली से देहरादून के लिए अलग नया हाइवे बना रहे हैं। इससे मात्र दो घंटे में दिल्ली से देहरादून लोग पहुंच सकेंगे। इसी के जरिए दिल्ली से चंडीगढ़ और हरिद्वार भी लोग दो घंटे में लोग पहुंच जाएंगे। निश्चित रूप से उत्तर प्रदेश में भी विकास होगा। काफी कुछ काम हम उत्तर प्रदेश में कर रहे हैं। हिन्दुस्थान समाचार/संजय

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