बागवानी क्रांति भारत को विकास के अगले स्तर पर ले जाएगी
नई दिल्ली, 13 अगस्त (आईएएनएस)। भारत जिस तरह अपनी आजादी के 75 साल में प्रवेश कर रहा है, एक बार फिर ध्यान एक ऐसे क्षेत्र पर आया है, जिसमें देश के विकास के इंजन को बदलने की अपार संभावनाएं हैं। मदर डेयरी फ्रूट एंड वेजिटेबल प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मनीष बंदलिश के अनुसार, समृद्ध कृषि संबंधी स्थितियां और विभिन्न प्रकार की बागवानी फसलों में किसानों और उपभोक्ताओं, दोनों के जीवन में मूल्य जोड़ने की अपार संभावनाएं हैं। बंदलिश ने कहा, उत्पादकता के मामले में हमारे पास बागवानी क्षेत्र में बहुत बड़ी क्षमता है, और हमें इसका पता लगाने और इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने के लिए और अधिक ठोस प्रयासों की आवश्यकता है। बागवानी क्षेत्र में देश के पास वैश्विक नेता बनाने की क्षमता है। बंदलिश ने कहा, हमारे देश में विविधता का एक समृद्ध वंश है। इस तथ्य का एक प्रमाण बागवानी क्षेत्र है, जहां हमारे देश में विभिन्न फसलें उगाई जाती हैं। इसलिए, भूमि के सही लाभ प्राप्त करने के लिए कृषि-अनुकूल प्रथाओं, बेहतर प्रौद्योगिकी, उपयुक्त बुनियादी ढांचे और विपणन प्रथाओं के विस्तार पर ध्यान देना उचित है। बंदलिश का दृढ़ विश्वास है कि देश में बागवानी उत्पादकता बढ़ाने से हमें निर्यात को बढ़ावा देने, रोजगार के नए अवसर पैदा करने और देशवासियों को बेहतर खाद्य सुरक्षा प्रदान करने में मदद मिलेगी, जिससे देश की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा, समय की मांग है कि एक स्थायी पारिस्थितिकी तंत्र विकसित किया जाए जो सभी हितधारकों को लाभान्वित करे और एक तरह से सभी को आगे ले जाए। --आईएएनएस एसजीके