hisar-farmer-made-fan-will-clean-80-quintal-crop-in-one-hour
hisar-farmer-made-fan-will-clean-80-quintal-crop-in-one-hour

हिसार के किसान ने बनाया पंखा,एक घंटे में 80 क्विंटल फसल की करेगा सफाई

सातरोड के किसान ने साथी किसान की प्रेरणा से बनाया प्रोजेक्ट गेहूं के सीजन में किसानों के लिए होगा लाभदायक राजेश्वर हिसार, 13 फरवरी। जिले के गांव सातरोड कलां निवासी राजेन्द्र अपनी प्रतिभा का अनोखा प्रदर्शन करते हुए नया स्टार्ट अप शुरू किया है। उन्होंने किसानों की समस्या को ध्यान में रखते हुए बड़ी पावर का फैन (पंखा) बनाया है, जो इतना शक्तिशाली है कि एक घंटे में काफी मात्रा में फसलों को साफ कर सकता है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में स्थित एग्री बिजनेस इन्क्यूवेशन सेंटर (एबिक) की मदद से राजेन्द्र ने यह स्टार्ट-अप शुरू किया है। केवल 12वीं कक्षा तक पढ़े राजेन्द्र द्वारा बनाए गए इस फैन की चर्चा अब किसानों में होने लगी है। राजेन्द्र का कहना है कि ट्रायल के तौर पर यह फैन 75 से 80 क्विंटल तक धान की सफाई एक घंटे में कर चुका है। जैसे-जैसे इस पंखे की चर्चा किसानों तक पहुंची तो उन्होंने इसे खरीदने में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी। बस फिर क्या था, देखते ही देखते राजेन्द्र के बनाए गए लगभग एक दर्जन सुपर पावर फैन बिक चुके हैं जबकि कई किसानों के आर्डर आए हैं। राजेन्द्र के अनुसार इस फैन की कीमत 1 लाख 65 हजार है। हरियाणा कृषि विवि. का एबिक सेंटर किसानों के नवाचारों काे फंडिंग भी देता है और इसमें राजेंद्र के इस प्रोजेक्ट का चयन भी कर लिया गया है। राजेन्द्र को यह पंखा बनाने का आइडिया कैसे आया, पूछने पर वह बताता है कि वह किराये पर ट्रेक्टर चलाते थे और इस दौरान कृषि कार्यों में प्रयोग होने वाली मशीने देखते थे। लगभग साढ़े तीन साल पहले उनके एक दोस्त ने चर्चा की कि कोई ऐसी मशीन बनाए जाए जो कम खर्चें में अधिक सफाई करे। राजेन्द्र के अनुसार पहले बाजार में फसलों की सफाई के लिए पंखा मौजूद था मगर वह उसमें यह समस्या था कि वह बाइब्रेशन बहुत करता था और एक घंटे में 40 क्विंटल ही फसल साफ कर पाता था। ऐसे में दोस्त से प्रेरित होकर उसने गांव में छोटी वर्कशॉप बनाई और इसमें कुछ मशीनों की सहायता से प्रयोग करके तैयारी शुरू कर दी। कुछ माह की मेहनत के बाद वह एक छोटा पंखा तैयार करने में सफल हो गया। इसकी खूबी थी कि इससे फसलों की सफाई भी ज्यादा होती थी और ज्यादा शोर भी नहीं करता था। लगभग 40 हजार रूपये में तैयार हुई इस मशीन को उसने कई दिनों तक ट्रायल के रूप में चलाया और जब उसे अपना काम सफल प्रतीत होने लगा तो दो वर्ष बाद उसने बड़ा पंखा तैयार कर लिया। इस पंखे को सुपर फैन का नाम दिया गया है। किसान को भी यह पंखा काफी फायदेमंद लगता है और वे इसे खरीदकर ले जा रहे हैं। एबिक सेंटर देगा राजेन्द्र को 25 लाख राजेन्द्र का कहना है कि किन्हीं जानकारों के कहने पर वह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के एबिक सेंटर पहुंचा तो वहां के अधिकारियों को भी उसका प्रोजेक्टर बहुत पसंद आया। एबिक अधिकारियों के अनुसार ऐसे नवाचारों को एबिक की ओर से 25 लाख रुपये दिए जाते हैं और राजेन्द्र का प्रोजेक्ट इसके लिए चयनित हो चुका है। एबिक में उसे यह प्रोजेक्ट पेटेंट करवाने की सलाह मिली। इस सलाह पर काम करते हुए उसने केन्द्र सरकार के पास प्रोजेक्ट को पेटेंट करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि वह अपने काम को और बढ़ा सके। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in