हिमाचल में सकल घरेलू उत्पाद गिरा, प्रति व्यक्ति आय में भी 3.7 फीसदी की गिरावट

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शिमला, 05 मार्च (हि.स.)। हिमाचल में मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान कोविड-19 के चलते सकल घरेलू उत्पाद माइनस में पहुंच गया है। शुक्रवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर द्वारा पेश की गई 2020-21 के आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट में सकल घरेलू उत्पाद में 6.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त प्रति व्यक्ति आय में भी 3.7 फीसदी की गिरावट रहने की संभावना है। आर्थिक सर्वेक्षण में वर्ष 2019-20 में हिमाचल की प्रति व्यक्ति आय प्रचलित भाव पर 7.9 प्रतिशत के साथ 1,90,407 रहने का अनुमान है। जबकि वर्ष 2018-19 में यह 6.6 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,76,460 आंकी गई थी। वहीं वर्ष 2020-21 में यह 3.7 फीसदी की गिरावट के साथ 1,83,286 रहने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि राज्य स्तर पर राज्य का सकल घरेलू उत्पाद प्रचलित भाव पर वर्ष 2019-20 में यह 8.9 फीसदी की बढ़ोतरी दर के साथ 1,62,816 करोड़ रहने का अनुमान है जोकि गत वर्ष 2018-19 में 1,49,422 करोड़ था। जय राम ठाकुर ने बताया कि कोविड से पर्यटन क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है और वर्ष 2020 में विदेशी एवं घरेलू पर्यटकों के आगमन में 81.33 फीसदी की कमी दर्ज की गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि कोविड के चलते अर्थव्यवस्था पर लगभग सभी क्षेत्रों पर गंभीर मार पड़ी है। सबसे अधिक परिवहन, खनन-उत्खनन, वानिकी व निर्माण क्षेत्र विशेष रूप से प्रभावित रहे हैं जिससे लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है। आर्थिक सर्वेक्षण में 2020-21 के दौरान औद्योगिक क्षेत्र में 14.2 फीसदी संकुचन है। चालू वित वर्ष के दौरान प्रदेश में मुद्रास्फीति की दर 5.3 फीसदी रही है जबकि पिछले वर्ष इसी दौरान यह दर 2.5 फीसदी थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि बजट अनुमानों के अनुसार वर्ष 2020-21 के लिए राजस्व प्राप्तियां राज्य सकल घरेलू उत्पाद 24.56 फीसदी थी, जोकि वर्ष 2019-20 में 19.86 फीसदी थी। आर्थिक सर्वेक्षण में राज्य की बेरोजगारी की दर 2017-18 में 5.5 फीसदी से घटकर 2018-19 में 5.2 फीसदी रह गई है। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील

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