Haryana Police introduced 1716 missing children to the family in a year
Haryana Police introduced 1716 missing children to the family in a year

हरियाणा पुलिस ने एक साल में 1716 गुमशुदा बच्चों को परिवार से मिलवाया

चंडीगढ़, 29 दिसम्बर (हि.स.)। हरियाणा पुलिस ने इस साल 1716 ऐसे बच्चों को देश के विभिन्न हिस्सों में उनके परिवारों से मिलवाया है जो किसी कारण अपने परिजनों से बिछड़ गए थे। इन लापता बच्चों में 771 लड़के और 945 लड़कियां शामिल हैं। इनमें से कुछ बच्चे लंबे समय से लापता थे। पुलिस द्वारा इस वर्ष 1189 बाल भिखारियों और 1941 बाल श्रमिकों का पता लगाकर उन्हें छुड़वाया गया है। ये बच्चे दुकानों व अन्य स्थानों पर आजीविका के लिए छोटे-मोटे काम करते हुए पाए गए थे। हरियाणा पुलिस के महानिदेशक मनोज यादव ने मंगलवार को चंडीगढ़ मेंं पत्रकारों से बातचीत में बताया कि इस साल महामारी के कठिन समय के दौरान अधिकारियों और जवानों ने कानून व्यवस्था बनाए रखने व अपराध पर अंकुश लगाते हुए इन गुमशुदा बच्चों को ढूंढकर उन्हें उनके परिजनों से मिलवाने के लिए भी प्राथमिकता देते हुए डयूटी निभाई। उन्होंने बताया कि बरामद हुए बच्चों में से 1433 को पुलिस की फील्ड इकाईयों द्वारा ट्रेस किया गया तथा बाकी 283 गुमशुदा बच्चों को स्टेट क्राइम ब्रांच की विशेष एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट्स द्वारा ढूंढकर परिजनों के सुपूर्द किया गया, जिन्होंने इस नेक काम के लिए बहुत समर्पण भाव से कार्य किया है। डीजीपी ने इस अभियान के बारे में बताया कि इसका उद्देश्य लापता बच्चों का पता लगाकर उन्हें उनके परिजनों को सौंपना है, ताकि बाल तस्करी पर अंकुश लगाने के साथ-साथ ऐसे बच्चों को भीख मांगने और अन्य असामाजिक गतिविधियों में धकेलने से बचाया जा सके। इस अभियान के तहत, पुलिस की टीमें बस स्टैंड, रेलवे स्टेशनों और धार्मिक स्थलों जैसे सार्वजनिक स्थानों व आश्रय गृह जैसे संस्थानों में जाकर ऐेसे बच्चों की तलाश करती हैं जो किसी कारणवश अपने माता-पिता या परिवार से अलग हो गए हैं। उन्होंने जिलेवार आंकड़ों का ब्योरा देते हुए बताया कि पुलिस ने इस साल पानीपत में 213, पंचकूला में 50, गुरुग्राम में 40, फरीदाबाद और रोहतक में 80-80, अंबाला में 55, यमुनानगर में 98, कुरुक्षेत्र में 56, करनाल में 23, कैथल में 24, सोनीपत में 97, भिवानी में 45, झज्जर में 39, चरखी दादरी में 27, सिरसा और हिसार में 86-86, हांसी में 23, जींद में 49, फतेहाबाद में 41, रेवाड़ी में 72, पलवल में 122, नारनौल में 6 और मेवात में 16 गुमशुदा बच्चों को तलाशकर उनके परिजनों को सौंपा है। हिन्दुुस्थान समाचार/संजीव/बच्चन-hindusthansamachar.in

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