उद्यानिकी क्षेत्र में राज्य स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरूस्कार से नवाजे जायेंगे हन्नू कनाठे
उद्यानिकी क्षेत्र में राज्य स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरूस्कार से नवाजे जायेंगे हन्नू कनाठे

उद्यानिकी क्षेत्र में राज्य स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरूस्कार से नवाजे जायेंगे हन्नू कनाठे

सर्वाधिक 97 फीसदी अंक लेकर प्रदेश में अव्वल रहे फूलों की व्यवसायिक खेती कर गुनखेड़ ग्राम की देशभर में बनाई पहचान बैतूल 30 जुलाई (हि.स.)। फूलों की व्यवसायिक खेती कर देश भर में बैतूल जिले के गुनखेड़ ग्राम की पहचान बनाने वाले उन्नत युवा कृषक हनुमत राव कनाठे हन्नू सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन आत्मा के अंतर्गत उद्यानिकी के क्षेत्र में वर्ष 2018-19 के राज्य स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरूस्कार से नवाजे जायेंगे। संचालनालय किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग मप्र द्वारा उक्त राज्य स्तरीय पुरूस्कार के लिए अपनायी गई चयन प्रक्रिया में गुनखेड़ ग्राम के किसान हन्नू कनाठे ने सर्वाधिक 97 फीसदी अंक प्राप्त कर प्रदेश भर में पहला स्थान प्राप्त किया है। आत्मा अंतर्गत राज्य स्तरीय सर्वोत्तम कृषक पुरूस्कार के लिए चयनित प्रदेश के दस किसानों में हन्नू कनाठे अव्वल रहे। इसके पूर्व भी फूलों की व्यवसायिक खेती के लिए श्री कनाठे को आधा दर्जन राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर के पुरूस्कार मिल चुके हैंं। लगभग दो दशक से फूलों की व्यवसायिक खेती में जुटे हनुमत कनाठे द्वारा उत्पादित फूलों विशेषकर सेवंती के फूलों की देशभर में जबरदस्त डिमांड रहती है। श्री कनाठे बीते वर्षोंं में फूलों की खेती एवं उन्नत खेती के लिए शासकीय स्तर पर नीदरलैंड एवं चायना देशों में अध्ययन यात्रा भी कर चुके हैंं। सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन आत्मा अंतर्गत वर्ष 2018-19 के लिए राज्य स्तरीय सर्वाेत्तम कृषक पुरूस्कार के लिए चयनित होने वाले गुनखेड़ ग्राम के उन्नत कृषक हनुमत राव कनाठे मप्र शासन की ओर से एक लाख रूपए की सम्मान राशि एवं प्रशस्ति पत्र से नवाजे जायेंगे। नौकरी नहीं मिली तो शुरू की फूलों की खेती बैतूल जिले के छोटे से ग्राम गुनखेड़ के मूलत: कृषक परिवार के हनुमत राव कनाठे ने संघर्ष के दौर में भी कभी हार नहीं मानी। बॉटनी विषय में एमएससी (अंतिम वर्ष) में पारिवारिक कारणों से उन्हें पढ़ाई छोडऩी पड़ी। शासकीय एवं निजी क्षेत्र में नौकरी के लिए अथक प्रयास करने के बाद भी जब उन्हें सफलता नहीं मिली तब उन्होंने अपने गांव आकर खेती में ही किस्मत आजमाई। कुछ नया करने की तमन्ना में उन्होंने लगभग दो दशक पूर्व परंपरागत खेती से हटकर फूलों की व्यवसायिक खेती शुरू की। कड़ी मेहनत के साथ उद्यानिकी- कृषि विभाग से मिले तकनीकि मार्गदर्शन को अपनाते हुए दो दशक के दौरान फूलों की व्यवसायिक खेती में हन्नू कनाठे में देशभर में एक मुकाम हासिल किया। उम्दा क्वालिटी के चलते देशभर में फूलों की डिमांड श्री कनाठे बताते हैंं कि वे अपनी साढ़े नौ एकड़ कृषि भूमि में से तीन एकड़ क्षेत्र में फूलों की व्यवसायिक खेती कर रहे हैंं। उन्होंने बताया जब उन्होंने परंपरागत खेती से हटकर फूलों की व्यवसायिक खेती शुरू की थी तो गांव सहित इलाके के किसान उनका मजाक उड़ाते थे। परंतु उन्होंने कड़ी मेहनत के साथ उद्यानिकी कृषि विभाग के अधिकारियों से तकनीकि मार्गदर्शन लेकर उम्दा क्वालिटी के फूलों को उत्पादित किया। वे पॉली हाऊस सहित ओपन में सेवंती, रजनीगंधा, झरबेरा, गैलांडी (ग्लेडूलस) असतर फूलों की व्यवसायिक खेती कर रहे हैंं। उम्दा क्वालिटी के चलते दिल्ली, नागपुर, हैदराबाद, अमरावती सहित देश के अन्य महानगरों ने हन्नू कनाठे द्वारा उत्पादित फूलों की जबरदस्त डिमांड है। बताया जाता है कि महाराष्ट्र राज्य की प्रतिष्ठित फूल मंडियों में तो हन्नू कनाठे द्वारा उत्पादित सैकड़ों टन सेवंती का फूल हाथो-हाथ बिक जाता है। नीदरलैंड, चायना में कर चुके है अध्ययन यात्राएं फूलों की व्यवसायिक एवं तकनीकि खेती करने वाले प्रदेश के चुनिंदा कृषकों में शुमार गुनखेड़ ग्राम के युवा कृषक हनुमत राव कनाठे को शासन स्तर से विदेशों में अध्ययन यात्राओं पर भेजा जा चुका है। श्री कनाठे के मुताबिक वे वर्ष 2016-17 में फूलों की खेती के अध्ययन के लिए नीदरलैंड में 13 दिनों की तथा सोयाबीन-मक्का की उन्नत खेती एवं प्लांटेशन की तकनीकि के लिए चायना के शंगई, बीजिंग सहित अन्य शहरों में 9 दिनों की अध्ययन यात्रा कर चुके हैंं। उल्लेखनीय है कि कड़ी मेहनत एवं लगन के फूलों की व्यवसायिक खेती कर रहे युवा किसान हन्नू कनाठे ने गुनखेड़ ग्राम की देशभर में एक विशेष पहचान बनाई है। फूलों की व्यवसायिक एवं तकनीकि खेती के लिए जवाहरलाल कृषि विश्व विद्यालय जबलपुर ने वर्ष 2018 में श्री कनाठे को राज्य स्तरीय कृषि उदय पुरूस्कार, पचमढ़ी में फूल प्रदर्शनी में वर्ष 2018-19 में राज्य स्तरीय पुरूस्कार एवं गुलाब प्रदर्शनी भोपाल में राज्य स्तरीय पुरूस्कार से नवाजा जा चुका है। आईसीआर दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में भी श्री कनाठे सम्मानित हो चुके हैंं। प्रदेश के किसानों के लिए रोल मॉडल हनुमत कनाठे- उपसंचालक उपसंचालक उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण बैतूल डॉ. आशा उपवंशी वासेवार ने बताया कि फूलों की व्यवसायिक खेती करने वाले गुनखेड़ ग्राम में युवा कृषक हनुमत कनाठे ने अपनी मेहनत एवं इच्छा शक्ति की दम पर अपने ग्राम सहित बैतूल जिले की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। डॉ. वासेवार के मुताबिक फूलों की व्यवसायिक खेती कर लगातार कीर्तिमान बनाने वाले युवा कृषक कनाठे प्रदेश के किसानों के लिए रोल मॉडल हैंं। उन्होंने बताया कि जिले से अभी फूल उत्पादक किसानों को संपन्न बनाने के लिए फूलों की खेती का क्लस्टर बनाने का प्रपोजल शासन को भेजा गया है। साथ ही फार्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार / विवेक सिंह भदौरिया/मयंक-hindusthansamachar.in

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