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Gyan Ganga: सुग्रीव की ललकार से बालि की पत्नी को कैसे अनिष्ट का आभास हो गया था?
बालि को भला यह कहाँ स्वीकार था कि कोई उसके द्वार पर जाकर उसे ललकारे। बालि सुग्रीव के युद्ध हेतु आह्वान को सुन क्रोध से पागल हो उठा− 'सुनत बालि क्रोधातुर धावा' बालि ने क्रोधित अग्नि की लपटों में तपिश बिखेरते हुए जैसे ही तेज गति से मुख्य द्वार की क्लिक »-www.prabhasakshi.com