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'एकल श्रीहरि' के कार्यों को राज्यपाल कोश्यारी ने सराहा

मुंबई, 25 फरवरी (हि.स.)। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने वनवासी समाज के उत्थान के लिए 'एकल श्रीहरि' संस्था की ओर से किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि संस्था जमीनी स्तर पर कार्य कर रही है। इसे और विस्तार देने की आवश्यकता है। देश की प्रतिष्ठित संस्था एकल श्रीहरि अपना रजत जयंती वर्ष मना रही है। इस उपलक्ष्य में संस्था के राष्ट्रीय संरक्षक गोपाल कंदोई, राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यनारायण काबरा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मीना अग्रवाल, संस्था के मुंबई शाखा अध्यक्ष विजय केडिया, उपाध्यक्ष मंजू केडिया और संयोजिका मीना अग्रवाल ने गुरुवार को राज्यपाल कोश्यारी से मिलकर उन्हें संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी। गोपाल कंदोई ने वनवासी समाज को शिक्षित करने के उद्देश्य से चलाए जा रहे संस्था के एकल विद्यालयों के बारे में राज्यपाल को जानकारी दी, जबकि धर्म-अध्यात्म और सनातन संस्कृति के प्रति जागरूक करने और उन्हें संस्कारित करने के उद्देश्य से चलाये जा रहे श्रीहरि रथ के बारे में राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्यनारायण काबरा ने बताया। इस अवसर पर राज्यपाल ने संस्था के पदाधिकारियों को वनवासी क्षेत्रों में किये जा रहे सेवा के उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि देश के वनवासी समाज को संस्कार पूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलम्बी बनाने के लिए एकल श्रीहरि पिछले 25 वर्षों से कार्यरत है। वर्तमान में संस्था के 70 हजार से भी अधिक संस्कार केंद्र हैं। इन केंद्रों के माध्यम से वनवासी समाज को संस्कारपूर्ण शिक्षा प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा लगभग 50 श्रीहरि रथ का संचालन भी संस्था द्वारा किया जा रहा है, जो गांव-गांव घूमकर लोगों में सनातन धर्म के प्रति आस्था का भाव जगाने का कार्य कर रहे हैं। एकल श्रीहरि ने रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में दो दिवसीय उद्घाटन समारोह आगामी 6-7 मार्च को दिल्ली में आयोजित किया है। इसमें साध्वी ऋतम्भरा, वरिष्ठ पत्रकार एवं हिन्दुस्थान समाचार के समूह संपादक रामबहादुर राय, वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा और ज़ी. टीवी के सुभाष चंद्रा सहित कई प्रमुख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। हिन्दुस्थान समाचार/ राजबहादुर

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