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पश्चिम बंगाल में जल्द बनेगी विकास को गति देने वाली सरकार : पीयूष गोयल

- रेलमंत्री ने पश्चिम बंगाल में बुनियादी ढांचे से जुड़ी कई परियोजनाओं का किया शुभारंभ नई दिल्ली, 21 फरवरी (हि.स.)। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को पश्चिम बंगाल में आधुनिक सुविधाओं से लैस विश्वस्तरीय हल्दीबाड़ी स्टेशन का लोकार्पण किया। इसके साथ ही रेलमंत्री ने न्यू जलपाईगुड़ी-न्यू कूचबिहार रेलखंड के 126 किलोमीटर रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण सहित अन्य यात्री सुविधाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण से पूर्वोत्तर राज्यों के लिए परिवहन आसान हो जाएगा। वहीं ईंधन की लागत में बचत आएगी और पर्यावरण अनुकूल एवं सुविधाजनक परिवहन उपलब्ध होगा। पीयूष गोयल ने कार्यक्रम में वर्चुअली हिस्सा लेते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल आने वाले दिनों में और तेजी से प्रगति करेगा। यहां की आने वाली सरकार भी ऐसी होगी जो केंद्र के साथ कंधे से कंधा मिलाकर विकास को गति देगी। प्रदेश में विकास को गति देने वाली सरकार जल्द बनेगी। उन्होंने कहा कि रेलवे राष्ट्र की असाधारण तरीके से सेवा कर रहा है। सोनार बांग्ला के मिशन में बड़े समय तक योगदान देने के लिए रेलवे ने खुद को संभाला है। पश्चिम बंगाल में 3 साल में रेलवे का पूरी तरह से विद्युतीकरण हो जाएगा और सभी चालू परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर बंगाल प्राकृतिक रूप से सुंदर है; इस क्षेत्र का विकास अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगा। भारतीय रेलवे क्षेत्र के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। पूर्वोत्तर में ट्रेनों की आवाजाही के लिए महत्वपूर्ण न्यू जलपाईगुड़ी-न्यू कूचबिहार रेलखंड के विद्युतीकरण का कार्य पूर्वोत्तर राज्यों की ओर ट्रेन की आवाजाही के लिए महत्वपूर्ण है। विद्युतीकरण से इस क्षेत्र में लगातार प्रगति हो रही है और मालवाहक यात्रियों एवं अधिक ट्रेनों को कम कार्बन उत्सर्जन के साथ पर्यावरण के अनुकूल तरीके से संचालित किया जा सकता है। लगभग 287 करोड़ वाली इस परियोजना से जीवाश्म ईंधन की खपत में भारी बचत होगी। यहां यह उल्लेख किया जा सकता है कि रेलवे का विद्युतीकरण पूरे पूर्वोत्तर सीमा रेल को 2018 के बजट में मंजूरी दी गई थी और इसे दिसंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। बांग्लादेश के सीमावर्ती हल्दीबाड़ी स्टेशन पर भवन का निर्माण इस क्षेत्र के भविष्य के आर्थिक विकास की आवश्यकता को देखते हुए किया गया है। नए भवन में 26 कोच क्षमता और 2 माल लाइन के साथ 3 यात्री प्लेटफार्म हैं। नए सर्कुलेटिंग एरिया के निर्माण, रनिंग रूम, सिग्नल प्रणाली जैसे अन्य कार्यों के साथ हल्दीबाड़ी में नए स्टेशन भवन का पूरा निर्माण लगभग 82.72 करोड़ की लागत से किया गया था। इस खंड में ट्रेन संचालन की सुरक्षा बढ़ाने के लिए हल्दीबाड़ी और जलपाईगुड़ी स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग भी प्रदान की गई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गत वर्ष 17 दिसम्बर को वर्चुअली द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के दौरान भारत में हल्दीबाड़ी और बांग्लादेश के चिलाहाटी के बीच रेलवे लिंक का उद्घाटन किया था। गंगारामपुर पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले का एक महत्वपूर्ण शहर है। यहां के स्टेशन को लगभग 09.09 करोड़ की लागत से उच्चस्तरीय प्लेटफ़ॉर्म और आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलाकिंग के प्रावधान के साथ हाल्ट से एक क्रॉसिंग स्टेशन के रूप में बदल दिया गया है जिसने स्थानीय आबादी की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा किया। यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से, परिचालन आवश्यकता को पूरा करने के लिए अलीपुरद्वार जंक्शन स्टेशन को फिर से विकसित किया गया है। स्थानीय संस्कृति के अनुरूप बेहतर सौंदर्य के साथ नया स्टेशन भवन 8.11 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया। भारतीय रेलवे यात्रियों के फायदे के लिए सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों में नए लिफ्ट और एस्केलेटर उपलब्ध करा रहा है। लगभग 80.8 लाख रुपये की लागत से निर्मित अलीपुरद्वार जंक्शन स्टेशन पर यात्रियों के उपयोग के लिए दो नए लिफ्टों का निर्माण, प्लेटफॉर्म - 1, 2 और 3 से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए यात्रियों विशेषकर वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांगों के लिए बहुत मददगार साबित होगा। भारतीय रेलवे पूरे देश में सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों में उच्च स्मारकीय झंडे लगा रहा है। न्यू कूचबिहार स्टेशन पर स्थापित एक ऐसे ध्वज को भी राष्ट्र को समर्पित किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/सुशील

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