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पाकिस्तानी अखबारों सेः मस्जिद-ए-अक्सा पर इजराइली हमले की खबरें बनीं सुर्खियां

- पंजाब के पाकिस्तान से ऑक्सीजन मंगाने के प्रस्ताव को मोदी के जरिए रद्द किया जाना भी छाया रहा - भारत के दो नागरिकों के पास यूरेनियम बरामद होने पर रहमान मलिक ने आईएईए को लिखा पत्र नई दिल्ली, 11 मई (हि.स.)। पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश अखबारों ने मस्जिद-ए-अक्सा पर इजराइली सेना के हमले से सम्बंधित लीड खबरें प्रकाशित की हैं। अखबारों का कहना है कि इन हमलों में 9 बच्चों समेत 20 लोगों की जान चली गई है और मस्जिद में आग लगने से उसको नुकसान भी पहुंचा है। पाकिस्तान, तुर्की और सऊदी अरब सहित दुनियाभर के कई देशों ने इन हमलों की निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव ने भी इन हमलों का विरोध किया है। अखबारों ने पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा की अफगानिस्तान यात्रा की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने बताया है कि जनरल बाजवा ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और तालिबान नेता अब्दुल्ला अब्दुल्ला से मुलाकात करके अफगानिस्तान में शांति बहाली के प्रयासों को और तेज करने की बात कही है। अखबारों ने ईद पर्व पर तालिबान के जरिए अफगानिस्तान में 3 दिनों तक जंग बंदी की घोषणा किए जाने का पाकिस्तान की तरफ से स्वागत किए जाने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने भारत के राज्य पंजाब द्वारा पाकिस्तान से ऑक्सीजन मंगाने की मंजूरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए रद्द किए जाने की खबरें भी दी हैं। अखबारों का कहना है कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से पाकिस्तान से ऑक्सीजन गैस मंगाने की अनुमति मांगी थी जिसे मोदी सरकार ने रद्द कर दिया है। अखबारों ने अमेरिका के उप राष्ट्रपति कमला हैरिस का एक बयान प्रकाशित किया है जिसमें उन्होंने भारत में कोविड महामारी के विकराल रूप धारण करने पर अपनी चिंता व्यक्त की है। अखबारों ने पाकिस्तान के वित्त मंत्री शौकत तरीन का बयान भी काफी अच्छी तरह से प्रकाशित किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान में बढ़ रही बेतहाशा महंगाई के लिए कोरोना महामारी जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में जरूरी सामानों की जमाखोरी की जा रही है। जमाखोरी करने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कदम उठा रही है। यह सभी खबरें रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा औसाफ, रोजनामा खबरें, रोजनामा पाकिस्तान और रोजनामा जंग ने अपने पहले पृष्ठ पर प्रकाशित की हैं। रोजनामा नवाएवक्त ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का एक बयान काफी अहमियत से प्रकाशित किया है। इस बयान में कुरैशी ने कहा है कि भारत कश्मीर पर किसी अन्य देश की मध्यस्था के लिए तैयार नहीं है। उनका कहना है कि भारत हमेशा इस तरह की कोशिशों से इनकार करता रहता है। उनका कहना है कि जम्मू-कश्मीर एक अंतरराष्ट्रीय समस्या है जिसका हल संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रस्ताव के अनुसार ही किया जा सकता है। अखबार का कहना है कि कुरैशी ने इस मौके पर इससे भी इन्कार किया है कि पाकिस्तान अमेरिका को एयरबेस या हवाई अड्डा देने की तैयारी कर रहा है। उन्होंने इस बात का जोरदार तरीके से खंडन किया है। रोजनामा जंग ने कभी महाराष्ट्र में मोदी सरकार के साथ रहने वाली शिवसेना के जरिए प्रधानमंत्री को निशाना बनाने से संबंधित खबर दी हैं। अखबार का कहना है कि शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखे गए संपादकीय में प्रधानमंत्री मोदी को देश में कोरोना महामारी के फैलाव के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। अखबार ने अपने संपादकीय में प्रधानमंत्री मोदी पर जोरदार हमला बोला है। अखबार का कहना है कि मोदी सरकार को हर तरफ से कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। अखबार का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की गलत नीतियों के कारण देश में कोरोना महामारी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। इस बीमारी से बड़ी संख्या में लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। रोजनामा खबरें ने पाकिस्तान के पूर्व गृहमंत्री रहमान मलिक के एक पत्र को आधार बनाकर एक खबर छापी है। इस खबर में बताया गया है कि रहमान मलिक ने भारत में दो नागरिकों के पास से परमाणु बम बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले यूरेनियम के टुकड़े पाए जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। मालिक ने इस मामले पर अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी के डायरेक्टर जनरल को पत्र लिखकर इसे भारत की तरफ से की गई इस बड़ी लापरवाही करार दिया है। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि जब तक भारत अपने परमाणु संयंत्रों को पूरी तरह से सुरक्षित नहीं करता, दुनिया को इससे एक बड़ा खतरा बना हुआ है। उन्होंने अपने पत्र में भारत के जरिए की गई इस लापरवाही की तहकीकात करने और उसे सख्त हिदायत करने की मांग की है। अखबार ने भारत के यूरेनियम केस की जांच की जिम्मेदारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपने और इस सिलसिले में एमनेस्टी इंटरनेशनल की तरफ से भी चिंता व्यक्त किए जाने की खबर भी दी है। हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद

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