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पाकिस्तानी अखबारों सेः भारत पर लगाया सीजफायर के उल्लंघन का आरोप

- कश्मीर में सुरक्षाबलों की कार्रवाई और दो की नौकरियों से बर्खास्तगी पर छापी अनर्गल बातें नई दिल्ली, 05 मई (हि.स.)। पाकिस्तान से बुधवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने मंत्रिमंडल के जरिए विदेशों में रह रहे पाकिस्तानियों को मतदान का अधिकार दिए जाने वाले राष्ट्रपति के दो ऑर्डिनेंस को मंजूरी दिए जाने से सम्बंधित खबरें प्रकाशित की हैं। अखबारों का कहना है कि सरकार इन ऑर्डिनेंस के माध्यम से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से चुनाव कराने की तैयारी कर रही है। इसी के तहत सरकार ने देश से बाहर रहने वाले सभी पाकिस्तानी नागरिकों को वोट देने का अधिकार दिया है। मंत्रिमंडल की बैठक में पाकिस्तान में बेतहाशा बढ़ रही महंगाई को कंट्रोल करने के लिए आगामी बजट में विशेष प्रावधान किए जाने की बात कही गई है। मंत्रिमंडल की बैठक में ईद के मौके पर जेलों में बंद सभी कैदियों की 90 दिनों की सजा माफ किए जाने का भी फैसला किया गया है। अखबारों ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से यह खबर छापी है कि भारत की तरफ से लाइन आफ कंट्रोल पर सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। भारतीय फौजियों ने पाकिस्तानी सीमा के अंदर घुसकर पाकिस्तानी चौकी पर फायरिंग की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना है कि इस सिलसिले में पाकिस्तान में स्थित भारत के वरिष्ठ राजनयिक को विदेश मंत्रालय में बुलाया गया है और उन्हें हालात से आगाह किया गया है। साथ ही आगे से सीजफायर समझौते का पालन करने की बात की गई है। अखबारों ने चुनाव आयोग के जरिए कराची की एक विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में धांधली का आरोप सिद्ध होने पर वहां पर दोबारा गिनती कराए जाने के चुनाव आयोग के फैसले की खबरें भी दी हैं। अखबारों का कहना है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज ने चुनाव आयोग से चुनाव में धांधली होने की शिकायत की थी जिस पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने 6 मई को पूरे क्षेत्र में दोबारा गिनती कराने का फैसला सुनाया है। अखबारों ने प्रधानमंत्री इमरान खान के सऊदी अरब दौरे से पहले सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा के चार दिवसीय सरकारी दौरे पर सऊदी अरब पहुंचने से सम्बंधित खबरें भी दी हैं। अखबारों का कहना है कि जनरल कमर बाजवा अपने दौरे के दौरान वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। अखबारों ने प्रधानमंत्री इमरान खान के संभावित सऊदी अरब दौरे के दौरान सऊदी अरब की जेल में बंद पाकिस्तानी कैदियों के छोड़े जाने से सम्बंधित खबरें भी दी है। अखबारों का कहना है कि सऊदी अरब प्रशासन की तरफ से इसकी तैयारी की जा रही है। यह सभी खबरें रोजनामा खबरें, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा औसाफ, रोजनामा पाकिस्तान और रोजनामा जंग ने अपने पहले पन्ने पर छापी है। रोजनामा नवाएवक्त ने श्रीनगर से खबर देते हुए बताया है कि जिला बारामुला के सोपोर गांव में भारतीय सुरक्षा बलों के जरिए की गई कार्रवाई में दो कश्मीरी नौजवान मारे गए हैं। अखबार का कहना है कि सरकार की तरफ से एक मुसलमान प्रोफेसर और तहसीलदार को नौकरी से बर्खास्त भी किया गया है। अखबार ने बताया है कि डॉक्टर बारी और नजीर वानी को भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया है। अखबार ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल जगमोहन के निधन की भी खबर दी है। अखबार का आरोप है कि जगमोहन ने अपने शासनकाल के दौरान कश्मीरियों पर बेइंतहा जुल्म व ज्यादती की वारदात अंजाम दी थी। रोजनामा पाकिस्तान ने शेखुपुरा से दिल दहला देने वाली खबर दी है। इस खबर में बताया गया है कि कई माह से बेरोजगार एक व्यक्ति ने ईद के कपड़े मांगने पर अपने चार बच्चों को नहर में फेंक दिया है। अखबार का कहना है कि मोहसिन नामक इस व्यक्ति ने अपने जिगर के टुकड़ों को 4 दिन पहले कपड़े दिलाने का बहाना करके घर से बाहर ले गया और वापस आकर बच्चों के लापता होने का ड्रामा करने लगा। पत्नी की शिकायत करने पर पुलिस ने मोहसिन को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। नहर में बच्चों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। अखबार का कहना है कि पाकिस्तान में बढ़ रही बेरोजगारी और महंगाई की वजह से इस तरह की वारदात में तेजी से इजाफा हो रहा है। रोजनामा जंग ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस गुलजार अहमद का एक रिमार्क अच्छी तरह से प्रकाशित किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि नैब अदालत में मौजूद अफसर बड़े-बड़े फ्रॉड कर रहे हैं और चेयरमैन खामोश तमाशाई बनें हुए हैं। उनका कहना है कि नैब ने दो माह के काम के लिए 3 साल का वक्त लगा दिया है। अफसरों को संस्थान चलाना ही नहीं आता। तमाशा बना के रखा हुआ है। चेयरमैन नैब सुप्रीम कोर्ट के जज रह चुके हैं। बगैर इंक्वायरी के किसी भी कर्मचारी को कैसे नौकरी से हटा सकते हैं। अखबार का कहना है कि जस्टिस गुलजार अहमद ने उस समय नैब के कामकाज पर जोरदार हमला किया है जब नैब कई बड़े राजनीतिक हस्तियों के खिलाफ भ्रष्टाचार में लिप्त होने और मनी लांड्रिंग के केसों की सुनवाई कर रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद

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