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पाकिस्तानी अखबारों सेः अमेरिकी चैनल के इंटरव्यू में इमरान ने कश्मीर पर दुनिया की खामोशी का रोना रोया

- बलूचिस्तान असेंबली में हंगामा और 17 विपक्षी सदस्यों पर एफआईआर को दी प्रमुखता - जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक दलों की प्रधानमंत्री से मुलाकात पर हलचलों की भी है चर्चा नई दिल्ली, 22 जून (हि.स.)। पाकिस्तान से मंगलवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने प्रधानमंत्री इमरान खान का अमेरिकी टेलीविजन को दिए गए इंटरव्यू को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया है। इस इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा है कि अगर कश्मीर समस्या का समाधान हो गया तो परमाणु हथियारों की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। उनका कहना है कि कश्मीरियों पर दुनिया की खामोशी भेदभावपूर्ण है। अगर अमेरिका चाहे तो कश्मीर समस्या का समाधान हो सकता है। उनका कहना है कि जम्मू-कश्मीर में 8 लाख फौजी तैनात किए गए हैं। कश्मीर एक खुला क़ैद खाना है जहां पर 90 लाख कश्मीरियों को रखा गया है। जब टीवी एंकर ने उनसे चीन में मुसलमानों को सताए जाने और वहां पर मस्जिदों को गिराए जाने पर सवाल किया तो इमरान खान ने जवाब दिया कि हमारी चीनी सरकार से बातचीत हुई है। बातचीत में पता चला है कि वहां पर ऐसा कुछ नहीं है। चीनी सरकार के साथ हमारी जो भी समस्याएं होती हैं, हम उनके साथ बंद कमरों में के अंदर बात करते हैं। हमारे मुश्किल वक्त में चीन हमारा बेहतरीन दोस्त साबित हुआ है। इसी इंटरव्यू में इमरान खान ने पाकिस्तान में महिलाओं के जरिए छोटे कपड़े पहनने पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि रोबोट नहीं है, जब महिलाएं छोटे कपड़े पहनेंगी तो मर्दों पर असर जरूर पड़ेगा। उनका कहना है कि हमने कभी भी महिलाओं को बुर्का पहनने के लिए नहीं कहा है। अखबारों ने पेरिस में एफएटीएफ की वर्चुअल बैठक शुरू होने की भी खबर दी है। खबरों में बताया गया है कि पाकिस्तान को इस बैठक में ग्रे-लिस्ट से बाहर निकलने की उम्मीद है लेकिन एफएटीएफ ने पहले ही मनी लांड्रिंग के मामले में पाकिस्तान को ग्रे-लिस्ट से अक्टूबर तक निकालने से इनकार कर दिया है। अखबारों ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खटक का एक बेतुका बयान भी छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान में कहीं पर भी गरीबी नहीं दिखाई पड़ती है। लोगों के पास गाड़ियां है और अच्छा रहन-सहन है। उनका कहना है कि खैबरपख्तूनख्वा में कोई भी कच्चा मकान दिखा दे तो हम मान जाएंगे। अखबारों ने ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस की खबर भी काफी अच्छी तरह से प्रकाशित की है। इस खबर में बताया गया है कि राष्ट्रपति ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात नहीं करने की बात कही है। ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे सम्बंध बनाने और खासतौर से सऊदी अरब के साथ सम्बंधों को सुधारने के साथ-साथ वहां दूतावास को खोले जाने की बात कही है। मानवाधिकारों की रक्षा करने और बैलेस्टिक मिसाइल योजना के बारे में किसी से बात नहीं किए जाने की भी बात स्वीकार की है। बलूचित्तान असेंबली में बजट के दौरान हंगामा होने और 17 विपक्षी सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद सभी 17 सदस्य खुद गिरफ्तारी देने थाने पहुंचे हैं। अखबारों ने लिखा है कि यह सभी सदस्य थाने में डेरा डालकर जमे हुए हैं। सेना अध्यक्ष जनरल कमर बाजवा की आजरबाईजान की दो दिवसीय यात्रा और वहां के राष्ट्रपति व अन्य अधिकारियों से उनकी मुलाकात की खबरें भी अखबारों ने दी है। अखबारों ने इन मुलाकातों के दौरान क्षेत्रीय समस्याओं और आपसी सैन्य सहयोग को और मजबूत बनाने पर भी बातचीत की खबरों को जगह दी है। यह सभी खबरें रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा औसाफ, रोजनामा खबरें, रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा जंग, रोजनामा दुनिया और रोजनामा एक्सप्रेस ने अपने पहले पन्ने पर छापी हैं। रोजनामा दुनिया ने जम्मू-कश्मीर से एक खबर दी है जिसमें बताया गया है कि सेना और अर्धसैनिक बलों की घेराबंदी के दौरान तीन कश्मीरी नवयुवकों को मार गिराया गया है। कश्मीर मीडिया सर्विस के हवाले से दी गई खबर में बताया गया है कि पूरे इलाके को 1000 गाड़ियों के साथ पूरी तरह से घेराबंदी की गई थी। घर-घर तलाशी बच्चों समेत सैकड़ों कश्मीरियों पर इस दौरान मारपीट किए जाने की भी खबरें आई हैं। अखबार का कहना है कि इस घटना में 150 लोगों के जख्मी होने और 24 लोगों को गिरफ्तार किए जाने की भी खबर दी गई है। अखबार का कहना है कि सेना और अर्धसैनिक बलों ने पूरे सोपोर जिले की अभी भी घेराबंदी कर रखी है और यहां से किसी को भी आने जाने की इजाजत नहीं है। रोजनामा एक्सप्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के नेताओं की वीरवार को होने वाली बैठक से सम्बंधित एक खबर दी है। खबर में बताया गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के लीडर उमर अब्दुल्ला प्रधानमंत्री से बैठक से पहले दूसरे तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं और गठबंधन में शामिल लीडरों की आज एक बैठक बुलाई है। अखबार ने लिखा है कि कश्मीर के लीडर प्रधानमंत्री मोदी से राज्य की बहाली की मांग करने के लिए एक राय बना रहे हैं। अखबार ने लिखा है कि राज्य का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद कश्मीरी लीडरों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह पहली मुलाकात होगी। रोजनामा पाकिस्तान ने विदेशी मीडिया के हवाले से एक खबर में बताया गया है कि भारत में तेजी से फैलने वाले कोरोना वायरस की किस्म डेल्टा को दुनिया के लिए खतरा करार दिया गया है। विदेशी मीडिया के हवाले से कहा गया है कि कोरोना वायरस की यह किस्म सबसे ज्यादा खतरनाक है जो भारत से शुरू हुई और अब तेजी से दूसरे देशों में फैल रही है। कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट दिसंबर 2020 में भारत में पाया गया था। डेल्टा ने सबसे ज्यादा तबाही ब्रिटेन में मचाई है। अमेरिका में भी डेल्टा के मिलने का शक किया जा रहा है। अखबार का कहना है कि डेल्टा का फैलाव तेजी से जारी है और यह सिर्फ 8 माह में 80 देशों तक पहुंच चुका है। विभिन्न देशों में कोरोना केसों की वृद्धि होने पर सफरी पाबंदियां भी लगाई गई थी। अखबार का कहना है कि डेल्टा को दुनिया के लिए सबसे खतरनाक बताया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद

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