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पाकिस्तानी अखबारों सेः दोस्त चीन के खिलाफ नाटो देशों के एकजुट होने की खबरें बनी सुर्खियां

- बजट पर चर्चा के दौरान संसद में हुआ हंगामा, हाथापाई और गाली-गलौज भी रहे चर्चा में - कंगाल पाकिस्तान समेत गरीब देशों के कर्ज वापसी की तिथि बढ़ाए जाने पर इमरान को दिया श्रेय नई दिल्ली, 16 जून (हि.स.)। पाकिस्तान से बुधवार को प्रकाशित अधिकांश अखबारों ने नाटो देशों के जरिए चीन के खिलाफ एकजुट होने और चीन का नाटो देशों को जवाब देने की धमकी से सम्बंधित खबरें प्रकाशित की हैं। अखबारों ने लिखा है कि नाटो देशों ने कहा है कि चीन तेजी से परमाणु मिसाइल बना रहा है जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों और सुरक्षा के लिए चैलेंज है। नाटो का कहना है कि चीन को अंतरराष्ट्रीय समझौतों का सम्मान करना चाहिए और उस पर अमल करना चाहिए। नाटो के इस ऐलान के बाद चीन ने भी नाटो देशों के खिलाफ जवाब देने की धमकी दी है। अखबारों ने पाकिस्तान में बजट के बाद पेट्रोल और मिट्टी के तेल के दामों में वृद्धि किए जाने की खबरें दी हैं। अखबारों ने लिखा कि बजट के 4 दिन के बाद पेट्रोल और मिट्टी के तेल के दामों में वृद्धि करने की घोषणा की गई है। अखबारों ने पाकिस्तान सेना अध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा का एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने कहा है कि कौम की खिदमत और देश की सुरक्षा के लिए हर स्तर तक सेना जाएगी। बजट पर चर्चा के दौरान संसद में हंगामा, हाथापाई, एक दूसरे को भद्दी गालियां देने और बजट की कॉपियां एक दूसरे पर फेंक कर मारने की खबरें भी अखबारों ने काफी महत्व के साथ प्रकाशित की हैं। अखबारों ने लिखा है कि सदस्यों की इस तरह की हरकतों से सदन शर्मसार हुआ है। अखबारों ने पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री सरदार उस्मान बजदार का एक बयान छपा है जिसमें उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार ने शाहबाज शरीफ की सरकार के समय की शाह खर्चियों को खत्म कर दिया है। उनका कहना है कि शाहबाज शरीफ की सरकार में राष्ट्रीय संपदा का गलत इस्तेमाल किया गया। हमारी सरकार ने 40 फीसद सरकारी खर्चों में कमी की है। अखबारों ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो का भी एक बयान छापा है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान पर आरोप लगाया है कि उनके जरिए रियासत-ए-मदीना का नारा लगाकर जुल्म की सल्तनत को कायम की गई है। अखबारों ने दुनियाभर में स्थित पाकिस्तानी दूतावास और काउंसिल खानों में भ्रष्टाचार होने से सम्बंधित खबरें भी दी हैं। अखबारों ने लिखा है कि ऑडिटर जनरल ऑफ पाकिस्तान की रिपोर्ट में इस तरह का खुलासा किया गया है। यह सभी खबरें रोजनामा जंग, नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा पाकिस्तान, औसाफ और रोजनामा एक्सप्रेस ने अपने पहले पन्ने पर प्रकाशित की हैं। रोजनामा खबरें ने एक विशेष खबर प्रकाशित की है। इस खबर में बताया गया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान की कोशिशों से 20 गरीब मुल्कों को 37 अरब डॉलर का लोन वापस करने के लिए समय मिल गया है। इन देशों में पाकिस्तान भी शामिल है। अखबार ने लिखा है कि नाटो देशों ने कर्ज लेने वाले देशों से कर्ज वापस लेने की समय सीमा में वृद्धि कर दी है। अखबार ने लिखा है कि पाकिस्तान को भी कुछ महीनों के अंदर क़र्ज़ वापस करना था लेकिन समय सीमा बढ़ाए जाने से पाकिस्तान को काफी राहत मिली है। अखबार का कहना है कि अमीर देशों ने कोरोना महामारी के मद्देनजर पाकिस्तान की कर्ज वापस देने की सीमा को फिलहाल आगे बढ़ा दिया है। अखबार का कहना है कि पिछले साल भी अमीर देशों ने ऐसा ही किया था। रोजनामा जंग ने पावर सेक्टर में भ्रष्टाचार से सम्बंधित एक खबर देते हुए बताया है कि 194 अफसरों को नोटिस जारी करके उनसे दोहरी तनख्वाह वापस देने के लिए कहा गया है। अखबार ने लिखा है कि नोटिस में इन अधिकारियों से तनख्वाह को 30 जून तक वापस किए जाने का आदेश दिया गया है। अधिकारियों की इस हरकत की वजह से पावर सेक्टर को हर महीने करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। अखबार का कहना है कि तनख्वाह की वापसी की वजह से खाली पोस्टों का भी अंदाजा सरकार को लगेगा। अखबार का कहना है कि अधिकारी डबल वेतन के साथ-साथ बड़ी तादाद में सरकारी खजाने को चपत लगाते हुए तमाम तरह के दूसरे फायदे भी उठा रहे थे। रोजनामा औसाफ ने आटा मिल मालिकों के जरिए आटे और गेहूं पर टर्नओवर टैक्स के खिलाफ देशभर में हड़ताल किए जाने की धमकी देने की खबर दी है। अखबार ने लिखा है कि इस सिलसिले में एसोसिएशन की 20 जून को एक मीटिंग बुलाई गई है। एसोसिएशन ने धमकी दी है कि चारों राज्यों की फ्लोर मिलें टैक्स वापस नहीं लिए जाने पर आटा की सप्लाई बंद कर देंगी। एसोसिएशन के चेयरमैन हाशिम रजा अहमद ने कहा है कि सरकार आटा और गेहूं पर वार्षिक टर्नओवर टैक्स और चोकर पर लगाए गए सेल टैक्स को तत्काल वापस ले, वरना हम हड़ताल करने पर मजबूर होंगे। हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद

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