from-pakistani-newspapers-bajwa-claims-to-crush-terrorism-on-the-pretext-of-return-to-international-cricket
from-pakistani-newspapers-bajwa-claims-to-crush-terrorism-on-the-pretext-of-return-to-international-cricket

पाकिस्तानी अखबारों सेः अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी के बहाने बाजवा का आतंकवाद कुचलने का दावा

नई दिल्ली, 10 फरवरी (हि.स.)। पाकिस्तान से बुधवार को प्रकाशित अधिकांश समाचारपत्रों ने खैबरपख्तूनख्वा प्रांत के विधायकों की खरीद-फरोख्त करने से संबंधित एक वीडियो के वायरल होने की खबर काफी अहमियत से प्रकाशित की है। अखबारों ने लिखा है कि वीडियो वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसका नोटिस लिया है और मुख्यमंत्री को मामले की पूरी तहकीकात करने का आदेश दिया है। वीडियो में प्रांत के एक मंत्री के भी शामिल होने की खबर दी जा रही है। इस मंत्री से इस्तीफा ले लिया गया है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद सत्ताधारी पार्टी के नेताओं की तरफ से विपक्ष पर हमला बोल दिया गया है। सरकार के मंत्रियों का कहना है कि सीनेट चुनाव खुले बैलेट से कराने के सरकार के फैसले का विरोध विपक्षी दल के नेता इसीलिए कर रहे हैं ताकि वह सदस्यों की खरीद-फरोख्त कर सकें जबकि इमरान सरकार सीनेट चुनाव गुप्त मतदान के बजाय खुले बैलेट से कराने के लिए प्रयासरत है। पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष जनरल कमर बाजवा की कोर कमांडर के साथ होने वाली मीटिंग से सम्बंधित एक खबर भी अखबारों में काफी अच्छी तरह प्रकाशित की गई है। बाजवा का कहना है कि पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद को समाप्त करने के लिए जो प्रयास किए हैं, उसके परिणाम सामने आ रहे हैं। अखबारों ने लिखा है कि जनरल बाजवा ने कहा है कि पाकिस्तान में इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी इस बात का सुबूत है कि हमने आतंकवाद को पाकिस्तान में कुचलने का काम किया है। अखबारों ने पाकिस्तान सरकार के मंत्रिमंडल के फैसले से सम्बंधित एक खबर प्रकाशित की है, जिसमें सभी ग्रेड के कर्मचारियों के वेतन में 40 फीसद की वृद्धि किए जाने का फैसला लिया गया है। अखबार ने लिखा है कि यह फैसला केंद्र सरकार के कर्मचारियों पर लागू किया गया है। राज्य सरकारें अपने स्तर पर वेतन में वृद्धि किए जाने का फैसला कर सकती हैं। यह सभी खबरें रोजनामा औसाफ, रोजनामा जिन्नाह, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा पाकिस्तान और रोजनामा जंग ने अपने पहले पृष्ठ पर प्रकाशित की हैं। रोजनामा पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर में भारतीय संसद पर हमले के मुख्य आरोपित अफजल गुरू की बरसी के अवसर पर जम्मू-कश्मीर में कश्मीरी नेताओं की कॉल पर बंद किए जाने की खबर प्रकाशित की है। अखबार का कहना है कि अफजल गुरू को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी और वहीं पर उसे दफन कर दिया गया था। अखबार ने कहा है कि बंद के दौरान पूरी कश्मीर में जगह-जगह धरना प्रदर्शन और नारेबाजी हुई। अखबार ने एक और खबर भी प्रकाशित की है, जिसमें कहा गया है कि भारतीय सेना के दो वरिष्ठ जनरलों के बीच झगड़ा होने का मामला सामने आने के बाद उच्च स्तरीय जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। यह जांच सेंट्रल आर्मी कमांडर जनरल आई एस चमन को सौंपी गई है। अखबार का कहना है कि यह कमेटी जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी। अखबार ने यह भी लिखा है कि भारतीय सेना जो कि पाकिस्तान में घुसकर हमला करने की बात करती है, उसके आला अधिकारी आपस में ही लड़ झगड़ रहे हैं। रोजनामा खबरें ने चीन के वुहान शहर से कोरोनावायरस के दुनिया भर में फैलने की जांच के लिए गठित कमेटी से सम्बंधित एक खबर प्रकाशित की है। अखबार ने लिखा है कि वायरस किसी जानवर से ही इंसानों में फैला था। अखबार का कहना है कि चीन के वुहान शहर के उस मंडी का पूरा मुआयना किया जा रहा है और वायरस फैलने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। कमेटी में चीन के 17 और अंतरराष्ट्रीय स्तर के अन्य देशों के 17 वैज्ञानिक शामिल हैं। अखबाऱ ने लिखा है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन सरकार पर इस वायरस को विकसित करने का आरोप लगाया था। जबकि यह बात अब खुल कर सामने आ रही है कि यह वायरस किसी जानवर से ही मनुष्यों में फैला और दुनिया भर में इसने तबाही मचाई है। रोजनामा जंग ने पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सदर लतीफ अफरीदी का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान में सीनेटर बनने के लिए 40 से 70 करोड़ रुपये खर्च करना पड़ता है। उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट 2018 के सीनेट चुनाव में हुई धांधली से सम्बंधित आज सुनवाई करके जांच के आदेश दे सकती है। पाकिस्तान में इस समय सीनेट चुनाव को लेकर गहमागहमी चल रही है। इस बीच एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमे विधायकों को वोट देने के बदले पैसा लेने से सम्बंधित फ़ुटेज दिखाई जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in