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पाकिस्तानी अखबारों सेः अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में खुद मजाक बनने वाले ने उलटे भारत को बदनाम करने का चला पैंतरा

नई दिल्ली, 15 फरवरी (हि.स.)। पाकिस्तान से सोमवार को प्रकाशित अधिकांश अखबारों ने पुलवामा में आतंकवादी हमले के 2 वर्ष पूरे होने से सम्बंधित खबरें प्रकाशित की हैं। अखबारों ने लिखा है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में पुलवामा हमले को लेकर भारत की जग हंसाई हो रही है। अखबारों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भारतीय एयरफोर्स को लेकर भी काफी बुराई की जा रही है। अखबारों का कहना है कि भारतीय एयरफोर्स में मिग-21 विमान जो बहुत पहले हटा दिए जाने चाहिए थे, उन्हें अब बहुत बाद में हटाने का फैसला किया गया है। अखबारों का कहना है कि भारतीय वायुसेना को हमेशा कमजोर समझा जाता रहा है। अखबारों ने लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना चुनाव जीतने के लिए पुलवामा जैसी घटना को अंजाम दिया और इस मामले में सेना का इस्तेमाल किया है। अखबारों ने पाकिस्तान में सीनेट चुनाव की सरगर्मियों के बढ़ने से सम्बंधित खबर भी प्रकाशित की हैं। अखबारों ने लिखा है कि अभी तक सौ से अधिक उम्मीदवारों ने अपनी उम्मीदवारी से सम्बंधित नामांकन पत्र चुनाव आयोग में जमा करा दिए हैं। अखबारों ने आज सोमवार के दिन नामांकन पत्र दाखिल कराने की आखिरी तारीख बताई है और आज भी कई उम्मीदवार अपने-अपने नामांकन भरने चुनाव अधिकारियों के दफ्तर जाएंगे। अखबारों ने पाकिस्तानी नौसेना की कई देशों के नौसेना के साथ मिलकर अभ्यास किए जाने की भी खबर प्रकाशित की है। इस मौके पर ज्वाइंट ऑफ चीफ स्टाफ कमेटी के चेयरमैन जनरल नदीम रजा की सभी देशों के नौसेना अधिकारियों के साथ बैठक किए जाने की भी खबर प्रकाशित की गई है। अखबारों ने पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद का बयान भी काफी अहमियत से प्रकाशित किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान सेना को बदनाम करने और गाली देने वालों की जबान खींच लेनी चाहिए। यह सभी खबरें रोजनामा औसाफ, रोजनामा जिन्नाह, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा पाकिस्तान और रोजनामा जंग ने अपने पहले पृष्ठ पर प्रकाशित की हैं। रोजनामा जंग ने प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक खबर को अपनी पहली सुर्खी बनाते हुए इसे काफी अहमियत से छापा है। खबर में बताया गया है कि देशभर के 1583 अधिकारियों की शिकायतें मिलने पर जांच की गई है। इसमें से 263 अधिकारियों को दोषी ठहराया गया है और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 403 अधिकारियों को इस जांच में सही पाया गया और उनके कामों की सराहना की गई है। प्रधानमंत्री इमरान खान के जरिए भ्रष्टाचार मुक्त पाकिस्तान की स्थापना किए जाने से सम्बंधित की गई इस कार्रवाई को काफी सराहा जा रहा है। अखबार ने एक और खबर भी प्रकाशित की है जिसमें राष्ट्रपति के जरिए जारी किए गए एक आर्डिनेंस का हवाला दिया गया है। खबर में कहा गया है की नई गाड़ियों की डिलीवरी के 90 दिनों के अंदर खरीद पर गाड़ी के इंजन के हिसाब से 50 से 2 लाख रुपये तक का विषेश टैक्स वसूला जाएगा। इस खबर में बताया गया है कि सरकार के इस फैसले से पाकिस्तान के अंदर बनाई जा रही मोटरकारों के कारोबार में मंदी आने की संभावना है। सरकार के जरिए भारी भरकम टैक्स वसूल किए जाने की खबर से मोटर कार कारोबार पर असर पड़ सकता है। रोजनामा औसाफ ने प्रधानमंत्री कार्यालय और नेशनल असेंबली समेत 18 अन्य विभागों के कर्मचारियों के वेतन में 25 फीसद की वृद्धि नहीं किए जाने को लेकर खबर प्रकाशित की है। सरकार के इस फैसले से 3 लाख 26 हजार से अधिक केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के वेतनमान में वृद्धि नहीं होगी। अखबार का कहना है कि सरकार के इस फैसले से केंद्रीय कर्मचारियों में काफी बेचैनी है। अखबार का कहना है कि पिछले दिनों सरकारी कर्मचारियों ने पाकिस्तान में बढ़ रही महंगाई को देखते हुए अपने वेतनमान में वृद्धि किए जाने की मांग करते हुए संसद भवन के आसपास हिंसक प्रदर्शन किया था जिसमें कई लोग घायल भी हुए थे। बाद में सरकार ने उनकी मांगों को मानने की घोषणा की थी और गिरफ्तार कर्मचारियों को छोड़ने का ऐलान किया था। सरकार ने कहा था कि वह वेतनमान में 25 फीसद की वृद्धि करने को तैयार है लेकिन इसके खिलाफ सरकार का यह नया फरमान आया है जिससे कर्मचारियों में काफी निराशा पाई जा रही है। हिन्दुस्थान समाचार/एम ओवैस/मोहम्मद शहजाद-hindusthansamachar.in

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