Freight trains ran at a speed of 90 km per hour on the freight corridor
Freight trains ran at a speed of 90 km per hour on the freight corridor

फ्रेट कॉरिडोर पर 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ीं मालगाड़ी

- अब तक 53 मालगाडि़यां चल चुकी हैं ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा खंड पर नई दिल्ली, 04 जनवरी (हि.स.)। देश में मालगाड़ियों के लिए तैयार पहले पृथक गलियारे ‘पूर्वी डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर’ (ईडीएफसी) के 351 किलोमीटर लम्बे ‘न्यू भाऊपुर- न्यू खुर्जा खंड पर मालगाड़ियों ने 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ना शुरू कर दिया है। अब तक इस विशेष मार्ग पर 53 मालगाड़ियां चलाई जा चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत वर्ष 29 दिसम्बर को इसे राष्ट्र को समर्पित किया था। रेल मंत्रालय के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि मालगाडि़यों ने ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के हाल में शुरू हुए न्यू खुर्जा- न्यू भाउपुर खंड पर 90 किमी प्रति घंटे से ऊपर की स्पीड में दौड़ना शुरू कर दिया है। तेज स्पीड के चलते वस्तुओं को तेजी से पहुंचाया जा सकेगा और माल ढुलाई लागत को कम किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इस खंड पर 90 किमी प्रति घंटे से अधिक की स्पीड पर बिना किसी बाधा के बड़े सामान की ढुलाई उतराई की जा रही है। 3 जनवरी तक इस नए खंड पर अब तक 53 मालगाड़ियों का परिचालन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि न्यू खुर्जा-न्यू भाउपुर के बीच (डाउन डायरेक्शन) में 32 मालगाड़ियां चलाई गईं। इसमें 93.70 किमी प्रति घंटा सर्वश्रेष्ठ गति हासिल की गई। न्यू भाउपुर-न्यू खुर्जा के बीच (अप डायरेक्शन) में 21 मालगाड़ियां चलाई गईं और इन्होंने 85.98 किमी प्रति घंटा की सर्वश्रेष्ठ गति दर्ज की। रेलवे के अनुसार, इस नए खंड के चालू होने के बाद, कोयला, जूट, पेट्रोलियम, कंटेनर, लोहा और इस्पात और अन्य खनिज प्राथमिक वस्तुएं हैं जो एनसीआर, पंजाब और हरियाणा क्षेत्र की ओर बढ़ रही हैं जबकि पंजाब और हरियाणा क्षेत्र से चावल, गेहूं और खाद्यान्न उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, कोयला लोड करने योग्य खाली वैगन आदि पूर्वी भारत की ओर बढ़ रहे हैं। गौरतलब है कि उद्घाटन के मौके पर, दो मालगाड़ियों, न्यू खुर्जा और न्यू भाउपुर के बीच लुधियाना, पंजाब के मुल्लानपुर और फरीदकोट से खाद्यान्न से लदी 9400 ग्रॉस टन ट्रेन और डीएफसी नेटवर्क के न्यू भाउपुर और न्यू खुर्जा के बीच च्रूरी साइडिंग रे, रांची, झारखंड और दुधिचुआ घाट पर बगल की रेल लाइन, सिंगरौली, मध्य प्रदेश से बिजलीघर के कोयले से लदी 1.5 किमी. लांग हॉल 10,420 ग्रॉस टन ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया था।माल उतारन के बाद वापसी पर, उपरोक्त रेक ने डीएफसी पर 90 किमी प्रति घंटे की गति हासिल की। पहले चरण में डीएफसीसीआईएल पश्चिमी डीएफसी (1504 रूट किमी) और ईस्टर्न डीएफसी (1856 रूट किमी जिसमें सोननगर-दनकुनी सेक्शन का पीपीपी खंड शामिल है) का निर्माण कर रहा है। ईडीएफसी लुधियाना (पंजाब) के पास साहनेवाल से शुरू होकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के राज्यों से होकर गुजरेगी और पश्चिम बंगाल के दनकुनी में समाप्त होगी। उत्तर प्रदेश में दादरी को मुंबई में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट (जेएनपीटी) से जोड़ने वाला पश्चिमी गलियारा डब्ल्यूडीएफसी के उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र राज्यों से होकर गुजरेगा और ईडीएफसी (सोननगर - दनकुनी पीपीपी खंड को छोड़कर) यानी 2800 रूट किमी. जून 2022 तक चालू हो जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/सुशील/सुनीत-hindusthansamachar.in

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