पर्यावरणविद् राधामोहन का निधन
भुवनेश्वर, 11 जून (हि.स.) । पद्मश्री से अलंकृत पर्यावरणविद प्रो. राधामोहन का शुक्रवार को निधन हो गया। वे 78 वर्ष के थे। उन्होंने भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री समेत अनेक गणमान्य लोगों ने शोक व्यक्त किया है । कृषि क्षेत्र में योगदान के लिए पिछले साल प्रो. राधामोहन और उनकी बेटी साबरमती को पद्मश्री से अलंकृत किया गया था। खाली पडे़ जमीन में जैविक खेती कर उन्होंने क्रांतिकारी परिवर्तन लाया था। प्रो. राधामोहन ने इससे पहले ओडिशा के सूचना आयुक्त के रूप में भी कार्य किया था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है। राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा, प्रो. राधामोहन एक प्रेरणादायक अर्थशास्त्री और पर्यावरणविद् थे। उन्होंने प्रकृति और मानवता को समृद्ध बनाने के लिए जैविक खेती की तरफ रुख किया। उनके निधन से एक शून्य पैदा हो गया है। उनके परिवार तथा प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, प्रो. राधामोहन खेती खासतौर से सतत और जैविक खेती अपनाने को लेकर बहुत उत्साही थे। उनके परिवार तथा प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धमेंद्र प्रधान ने कहा कि जैविक खेती और पर्यावरण संरक्षण के लिए उनकी प्रतिबद्धता आने वाले समय में याद रखी जाएगी। हिन्दुस्थान समाचार/ समन्वय