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ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा बोले, उपभोक्ताओं का उत्पीड़न स्वीकार्य नहीं

इटावा, 11 जून (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने शुक्रवार को दक्षिणांचल के मैनपुरी, इटावा और मथुरा जिले में विद्युत आपूर्ति की समीक्षा की। उन्होंने मैनपुरी के करहल व इटावा के सैफई स्थित विद्युत उपकेंद्र का निरीक्षण भी किया। इस दौरान निर्देश दिया कि आपूर्ति संबंधी समस्याओं का तत्काल निराकरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने एमडी दक्षिणांचल को निर्देश दिया कि सभी जनपदों की विद्युत आपूर्ति व उपभोक्ता सेवाओं की खुद समीक्षा करें। सेवाओं में किसी प्रकार की कोताही व उपभोक्ता उत्पीड़न किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। मैनपुरी में करहल उपकेंद्र के निरीक्षण के दौरान उन्होंने जनपद की आपूर्ति व्यवस्था, 1912 पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण की स्थिति, खराब ट्रांसफार्मर, गांवों में रोस्टर आधारित आपूर्ति, कटौती वाले क्षेत्रों की समस्याओं व उनका निराकरण की स्थिति पर सवाल-जवाब किया। मंत्री ने ट्रांसफॉर्मर ओवर लोडिंग की शिकायतों का प्रभावी समाधान न होने पर नाराजगी भी जताई। साथ ही एमडी को निर्देशित किया कि वे जनपद की विशेष समीक्षा कर समस्याओं का निस्तारण कराएं। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी संवाद किया। इटावा के सैफई स्थित उपकेंद्र पर स्थानीय लोगों से संवाद कर समस्याओं पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खराब ट्रांसफार्मर समय पर बदले जाएं। कृषि फीडरों पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति के निर्देश दिए। कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सूर्यास्त से सूर्योदय तक विद्युत की निर्बाध आपूर्ति मिलती रहे। आपूर्ति से बाधित क्षेत्रों में तत्काल व्यवस्था सुधार कर कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही एमडी ओवरलोडिंग की दिक्कतों को तत्काल सुधारने को कहा। शर्मा ने कहा कि सरकार निर्बाध आपूर्ति के लिए संकल्पित है। पूर्ववर्ती सरकार में जहां 16 हजार मेगावाट से ज्यादा की आपूर्ति नहीं हो पाती थी। ज्यादा डिमांड होने पर फीडरों को बंद करना पड़ता था। आज हम 23 हजार मेगावाट से ज्यादा की आपूर्ति निर्बाध रूप से कर रहे हैं। पूर्ववर्ती सरकारों से ज्यादा बेहतर आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं। --आईएएनएस विकेटी/आरएचए

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