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ड्रग्स रैकेट का सरगना लंदन से लाया गया दिल्ली, प्रत्यर्पण में लगे दो साल

नई दिल्ली, 22 मार्च (हि.स.)। मादक पदार्थों के अंतरराष्ट्रीय गिरोह के सरगना किशन सिंह (39) को ब्रिटेन से दिल्ली लाया गया है। लंदन की प्रत्यर्पण कोर्ट ने इस तस्कर को भारत भेजे जाने का आदेश दिया था। किशन सिंह ने प्रत्यर्पण से बचने के लिये कोर्ट में कई दलीलें दी थी, जिन्हें न्यायाधीश ने खारिज कर दिया था। इस प्रकार दो साल तक चली कानूनी लड़ाई में भारतीय जांच एजेंसी को बड़ी कामयाबी मिली है। किशन सिंह अपने गिरोह के जरिए विशेष खासकर मेफेड्रोन (म्याऊं-म्याऊं) और अम्फेटा माइंस मादक पदार्थो की तस्करी कराता था। अब स्पेशल सेल की टीम उसे रविवार को यूके से लेकर दिल्ली पहुंच गई है। कोविड-19 मानदंडों के सख्त होने के कारण, अभियुक्तों के साथ-साथ पूरी पुलिस टीम को दो बार कोविड-19 परीक्षणों से गुजरना पड़ा। ड्रग्स तस्करी केस में अभियुक्त को ट्रायल कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां आरोपित की पुलिस कस्टडी की मांग की जाएगी। ताकि इस ड्रग सिंडिकेट से जुड़े तारों का पता चल सके। पिछले दिनों यह रिपोर्ट सामने आई थी कि बॉलीवुड जुड़े बहुत से कलाकार इन पदार्थों के सेवन व कारोबार से जुड़े है। सूत्रों की मानें तो नारकोटिक्स को सुशांत सिंह राजपूत की प्रेमिका रिया चक्रवर्ती से पूछताछ व जांच के दौरान मादक पदार्थों से बॉलीवुड के कनेक्शन की बात सामने आई थी। वर्ष 2017 में एक इंटरनेशनल ड्रग्स तस्कर गैंग का पर्दाफाश डीसीपी संजीव यादव ने सोमवार को बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने वर्ष 2017 में एक इंटरनेशनल ड्रग्स तस्कर गैंग का पर्दाफाश किया था। स्पेशल सेल ने हरप्रीत सिंह नामक खिलाड़ी को भी गिरफ्तार किया था, जिसने ऑस्ट्रेलियन कॉमनवेल्थ यूथ गेम 2004 में सिल्वर मेडल जीता था। इसके दो अन्य साथी अमनदीप और हरनीश को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनके पास से 25.852 किलो ग्राम म्याऊं-म्याऊं नाम की पार्टी ड्रग्स बरामद हुई थी। इस ड्रग्स की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 50 करोड़ रुपए थी। यह ड्रग्स मुंबई और दिल्ली में आयोजित होने वाली रेव पार्टियों में बेची जानी थी। सामने आया सरगना किशन सिंह का नाम पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की तो नेटवर्क के सरगना किशन सिंह का नाम सामने आया। आरोपितों ने बताया कि वे राजस्थान निवासी किशन सिंह के लिए काम करते हैं। पुलिस को पता चला कि किशन सिंह तो लंदन में रहता है। उधर, आरोपी हरनीश ने पुलिस को बताया था कि वह एमबीए करने के लिए स्टूडेंट वीजा पर लंदन गया था। जहां उसकी मुलाकात किशन से हुई। वह उसके जीवन से प्रभावित होकर ड्रग के कारोबार में शामिल हो गया। किशन भी अपने ड्रग्स रैकेट को बढ़ाना चाहता था। किशन सिंह का नाम सामने आने के बाद से ही पुलिस उसे गिरफ्तार करना चाहती थी मगर वह लंदन में बैठा हुआ था। दिल्ली में न्यायिक प्रक्रिया के दौरान जिला अदालत ने जून 2018 में आरोपी किशन को भगोड़ा घोषित कर दिया। साथ ही एनबीडब्लयू (नॉन बेलेबल वारंट) जारी कर दिया गया। आरोपी किशन पर कानूनी शिकंजा कसने के लिए स्पेशल सेल ने लंदन कोर्ट में भी कानूनी लड़ाई लड़ी। पुलिस ने अदालत में स्ट्रॉन्ग एविडेंस पेश किए। अंत में स्पेशल सेल को बड़ी कामयाबी मिली और यूके सरकार ने आरोपी किशन सिंह के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी। अब डीसीपी स्पेशल सेल पीके कुश्वाह के नेतृत्व में एसीपी संजय दत्त और इंस्पेक्टर अनुज कुमार की टीम आरोपी संजय को यूके लंदन से लेकर रविवार को दिल्ली पहुंची। दो बड़ी कामयाबी मिली किसी मामले में आरोपी को विदेश से दिल्ली लाने में पुलिस को यह दूसरी बड़ी कामयाबी मिली है। इससे पहले बीते वर्ष ही दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच लंदन से बुकी संजीव चावला का प्रत्यर्पण कर दिल्ली लाई थी। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी

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