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बीड़ी को अन्य तंबाकू उत्पादों से अलग श्रेणी में रखने की मांग

- 25 फरवरी को बीड़ी उद्योग से संबंधित जिलों में प्रदर्शन करेंगे बीएमएस और एबीबीएमएम नई दिल्ली, 11 फरवरी (हि.स.)। भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) और उससे संबद्ध अखिल भारतीय बीड़ी मजदूर महासंघ (एबीबीएमएम) ने केंद्र सरकार से बीड़ी को अन्य तंबाकू उत्पादों से अलग श्रेणी में रखने की मांग की है। संगठन ने इसको लेकर 10 से 14 फरवरी तक देशव्यापी हस्ताक्षर संग्रह अभियान भी शुरू किया है। बीएमएस का कहना है कि केंद्र सरकार विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मंशा के अनुरूप "सिगरेट एंड अदर टोबैको प्रोडक्ट्स एक्ट, 2003" में संशोधन करना चाहती है। इससे जुड़े संशोधन के मसौदे में बीड़ी समेत सभी तंबाकू उद्योगों पर कई प्रकार की बंदिशें लगाने का प्रस्ताव है। जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। बीएमएस का तर्क है कि इन संशोधनों से बीड़ी उद्योग से जुड़े करीब 3 करोड़ मजदूरों की आजीविका समाप्त हो जाएगी। बीएमएस के क्षेत्रीय संगठन मंत्री पवन कुमार ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि 25 फरवरी को बीड़ी उद्योग से संबंधित देशभर के जिलों में प्रदर्शन किया जाएगा और ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए हमें जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन का फैसला लेना पड़ा है। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर हमने हाल में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन से मुलाकात की थी। बीएमएस के प्रतिनिधिमंडल ने बीड़ी उद्योग से संबंधित क्षेत्रों के संसदों से भी मुलाकात की थी। बकौल पवन कुमार, सरकार कह रही है कि बीड़ी से कैंसर और अन्य रोग होते हैं लेकिन जब हमने पूछा कि इसकी कोई आधिकारिक रिपोर्ट दिखाइए तो वह नहीं दिखा सके। इसीलिए हमारी मांग है कि बीड़ी को अन्य तंबाकू उद्योगों से अलग किया जाए क्योंकि तंबाकू उत्पादों से तो कैंसर होने का प्रमाण है लेकिन बीड़ी से अभी तक कैंसर का कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं है। पवन कुमार ने सवाल उठाया कि आखिर किस आधार पर सरकार तंबाकू उद्योग को बीड़ी उद्योग के समान मान रही है। उन्होंने कहा कि इस संशोधन विधेयक में बीड़ी समेत सिगरेट/तम्बाकू पर नियंत्रण लगाने के बारे में डब्ल्यूएचओ के समझौते एफसीटीसी के सभी प्रावधानों को पूरी ताकत से लागू किया जा रहा है। कुछ मामलों में इसके प्रावधान एफसीटीसी की शर्तों से भी ज्यादा कड़े हैं। हिन्दुस्थान समाचार/ पवन-hindusthansamachar.in

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