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दिल्ली की वायु गुणवत्ता में गंभीर और बेहद खराब के बीच होगी उतार-चढ़ाव

नई दिल्ली, 8 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली-एनसीआर में आने वाले दिनों में हवा की गुणवत्ता गंभीर और बहुत खराब श्रेणी के उच्च स्तर के बीच उतार-चढ़ाव की संभावना है और अगले पांच दिनों तक हवाएं उत्तर-पश्चिमी रहने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, प्रदूषण में पराली जलाने का बड़ा योगदान है। ग्रेडेड एक्शन प्लान पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की उप-समिति ने सोमवार को वायु गुणवत्ता के साथ-साथ मौसम विज्ञान और वायु प्रदूषण पूवार्नुमान की समीक्षा की और राज्यों को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) उपायों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया। जीआरएपी के तहत, बहुत खराब और खराब से मध्यम एक्यूआई श्रेणियों के तहत सूचीबद्ध चरणों के अलावा, गंभीर श्रेणी के तहत कार्रवाई, दिल्ली-एनसीआर में मशीनीकृत सफाई की बढ़ी हुई आवृत्ति सहित तत्काल प्रभाव से लागू की जानी चाहिए। आदेश में कहा गया है, यह सुनिश्चित करें कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के निदेशरें के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में सभी ईंट भट्टे बंद रहें, दिल्ली-एनसीआर में सभी हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर को बंद करें, मौजूदा प्राकृतिक गैस-आधारित बिजली उत्पादन को अधिकतम करें। एनसीआर में कोयला आधारित बिजली संयंत्रों के संचालन को कम करने, सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को तेज करने और ऑफ-पीक यात्रा को प्रोत्साहित करें। इसके अलावा, राज्यों से वायु प्रदूषण के स्तर के बारे में जानकारी का प्रसार करने और वायु प्रदूषण को कम करने के कदमों के बारे में नागरिकों में जागरूकता पैदा करने के लिए माना जाता है और कार्यान्वयन एजेंसियों को की गई कार्रवाई की बारीकी से निगरानी करनी चाहिए और संबंधित राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एसपीसीसी) और प्रदूषण नियंत्रण समितियों को दैनिक रिपोर्ट प्रस्तुत करनी चाहिए। --आईएएनएस एसजीके

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