दिल्ली के अस्पताल ने तीन कोविड रिकवर मरीजों में एवीएन का किया निदान
नई दिल्ली, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली के बीएलके सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में हाल ही में कोविड-19 से ठीक हुए मरीजों में एवस्कुलर नेक्रोसिस (एवीएन) के तीन मामले सामने आए हैं। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि तीन रोगियों में से जिनकी उम्र 32 से 40 वर्ष के बीच है, दो अभी भी दवा के अधीन हैं, जबकि एक की सर्जरी होनी है। एवस्कुलर नेक्रोसिस (एवीएन) खून की आपूर्ति में कमी के कारण डेड हड्डी टिश्यू होता है। एक टूटी हुई हड्डी या अव्यवस्थित जोड़ हड्डी के एक हिस्से में खून के प्रवाह को बाधित कर सकता है। अस्पताल के एक बयान के अनुसार, कोविड की पीड़ा की तरह हाल ही में, हड्डी और ज्वाइंट सेगमेंट में, फेमोरल हेड के एवस्कुलर नेक्रोसिस को देखा जा रहा है क्योंकि कोविड के उपचार में बहुत सारे स्टेरॉयड का उपयोग किया जाता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि यह तत्काल प्रभाव नहीं है और जोड़ों में स्टेरॉयड प्रभाव दिखाने में 3 महीने से एक साल तक का समय लग सकता है। हाल ही में, रोगी जोड़ों के दर्द की शिकायत करने के लिए कतार में लग रहे हैं और विशेषज्ञों का सुझाव है कि इन्हें बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, खासकर कूल्हे और कंधे के दर्द को। अस्पताल ने कहा कि कूल्हे के दर्द के मामले जो छह सप्ताह या तीन सप्ताह के चिकित्सा उपचार के भीतर नहीं सुलझते हैं, उन्हें एमआरआई से गुजरना पड़ता है। जबकि तीसरे चरण में सर्जरी की जरूरत है। --आईएएनएस एचके/एएनएम