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कीमती दवाओं के बर्बाद होने का खतरा, बेलेघाटा आईडी ने स्वास्थ्य भवन को लिखा पत्र

सुगंधी कोलकाता, 20 जून (हि. स.)। बेलेघाटा आईडी अस्पताल में करोड़ों रुपये की दवाओं के बर्बाद होने का खतरा है। उन दवाओं की समाप्ति तिथि से पहले उनका उपयोग किया जा सके इसके लिए उन दवा-इंजेक्शन की सूची स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर प्रकाशित की गयी है। इसके लिए रविवार को बेलेघाटा आईडी अधिकारियों ने स्वास्थ्य भवन को भी पत्र लिखा है। बेलेघाटा आईडी से रविवार को जारी विज्ञापित में कहा गया है कि 13 तरह की दवाएं रखे रहने के कारण खराब होने जा रही हैं। जिसकी कुल कीमत करीब एक करोड़ रुपए है। अगर किसी सरकारी अस्पताल को इन दवाओं की जरूरत है तो सीधे बेलेघाटा आईडी अधिकारियों से संपर्क करने को कहा गया है। दरअसल राज्य के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में दवा इंजेक्शन की जिम्मेदारी राज्य का स्वास्थ्य विभाग (डब्ल्यूबी हेल्थ डिपार्टमेंट) की होती है। इसलिए कौन सी दवा बर्बाद हो रही है और कौन सी दवा की तिथि समाप्त हो रही है। संबंधित अस्पताल को विशिष्ट वेबसाइट पर विज्ञापित जारी कर सूचित करना होता है। सूत्रों के अनुसार कई संगठनों और व्यक्तियों ने अलग-अलग समय पर सरकार को विभिन्न दवाएं दान कीं। स्वास्थ्य विभाग उन सभी सामग्रियों को वापस अस्पतालों में भेजता है। इस मामले में जैसे बेलेघाटा आईडी को दिया गया। लेकिन उन सभी सामग्रियों का उपयोग नहीं किया जा सका क्यों? डॉक्टरों का कहना है कि इसके दो कारण हो सकते हैं। एक, इस दवा का उपयोग करने के लिए पर्याप्त रोगी अस्पताल नहीं आए। दूसरी वजह है कि आने वाले सभी रोगियों पर इस प्रकार की दवा लगाने की कोई आवश्यकता नहीं थी। अब सवाल है कि इतने पैसे से दवा का क्या होगा? अन्य सभी अस्पतालों को ऐसी दवाओं के उपयोग की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए बेलेघाटा आईडी अस्पताल ने यह ध्यान में रखते हुए विज्ञापित जारी की ताकि दवा के एक्सपायर होने से पहले उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। परिणामस्वरूप, अन्य सरकारी अस्पताल दवाओ की तिथि समाप्त होने से पहले आवश्यकतानुसार दवाओं का उपयोग कर सकेंगे। नहीं तो राज्य सरकार उन दवा निर्माताओं को वापस कर नई दवाएं लेगी। हिन्दुस्थान समाचार

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