culture-minister-lit-the-lamp-and-inaugurated-the-47th-khajuraho-dance-festival
culture-minister-lit-the-lamp-and-inaugurated-the-47th-khajuraho-dance-festival

संस्कृति मंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया 47वां खजुराहो नृत्य समारोह का शुभांरभ

कहा- खजुराहो शाक्य, शिव और वैष्णव की अद्भुत संगम स्थली भोपाल, 20 फरवरी (हि.स.)। प्रदेश की संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर ने शनिवार शाम को कन्या पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलित कर विश्व विख्यात खजुराहो नृत्य के 47वें समारोह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग शिवशेखर शुक्ला, सागर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश, डीआईजी विवेकराज सिंह, कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह, एसपी सचिन शर्मा, एएसआई सुदीप नयन, संस्कृति विभाग के संचालक अदिति जोशी विशेष रूप से उपस्थित थे। इस आयोजन की मुख्य विशेषता यह रही कि 44 वर्षों के बाद 47वों खजुराहो महोत्सव मां जगदंबा और कंदरिया महादेव मंदिर के प्रांगण में शुरू हुआ। वहीं भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 की चुनौतियों को मुक्ति का संदेश देता यह भारत न सिर्फ आर्थिक उपार्जन की गतिविधियों को सुदृढ़ कर रहा है, अपितु सामान्य जीवन की ओर अग्रसर हो रहा है। खजुराहो चंदेलकालीन अमूल्य धरोहर की गाथा है। यह भारतीय मूल दर्शन का चित्रण है। इसमें अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष विद्यमान है। खजुराहो शाक्य, शिव और वैष्णव के अद्भुत संगम की स्थली है। इसे 1838 में ब्रिटिस कैप्टन बट ने तलाशा। यह 1986 में यूनेस्को में दर्ज हुआ। उन्होंने कहा कि वास्तविक भारत की बाह्य जगत से अंतर जगत की यात्रा का साक्षात प्रमाण है। भारतीय वैदिक जीवन पद्धति दिव्य, विराट और सभी को समाहित करके चलने वाली है। उन्होंने नागरिकों का आव्हान करते हुए कहा कि आप सुझाव एवं मार्गदर्शन करें। स्थानीय लोगों की सहभागिता से ही संस्कृति पुरातत्व चर्मोत्कर्ष तह तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि 21वीं शताब्दी में भारत जगत गुरू बनने की ओर अग्रसर है। हमें भारतीय वैदिक जीवन पद्धति को अपनाना होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का वर्चुअल संदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खजुराहो नृत्य समारोह के कलाकार साथियों को हृदय से स्वागत किया। उन्होंने बताया कि इस बार का नृत्य समारोह अपने आप में अनूठा है। यह मंदिर प्रांगण में 44 वर्षों बाद हो रहा है। इसका आयोजन 1975 में शुरू हुआ। खजुराहो सिर्फ समारोह ही नहीं है अपितु यह उपासना, साधना और आराधना भी है। उन्होंने कहा कि खजुराहो आयोजन के 50 वर्ष होने पर इसके आयोजन को भव्यता प्रदान की जाएगी। संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने खजुराहो नृत्य समारोह के आयोजन पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर उस्ताद अलाउद्दीन खा संगीत एवं कला अकादमी भोपाल द्वारा ललित कला पुरस्कार की 10 विभिन्न क्षेत्रों के लिए मूर्धन्य कलाकार प्रतिभाओं को पुरस्कार प्रदान कर शाल-श्रीफल से उनका सम्मान किया। प्रत्येक पुरस्कारों के लिए 51 हजार रुपये की राशि दी गई। मंत्री उषा ठाकुर ने किया फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट खजुराहो का लोकार्पण इससे पहले संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने खजुराहो में ''फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट खजुराहो'' का लोकार्पण किया। उन्होंने इंस्टीट्यूट के प्राचार्य शम्भू नाथ गौतम के साथ संस्था का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्राचार्य गौतम ने उषा ठाकुर को पाठ्यक्रमों से संबंधित और विभिन्न डिप्लोमा कोर्स में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की जानकारी भी दी। हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in