जैव उर्वरकों के प्रयोग को बढ़ावा दे रहे हैं गौ रक्षक
प्रयागराज, 31 अगस्त (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में विश्व हिंदू परिषद के स्वयंसेवकों की गौ रक्षा समितियाँ कृषि में जैव-उर्वरकों के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर रही हैं। विहिप के स्वयंसेवक किसानों को रासायनिक उर्वरकों के दुष्प्रभावों के बारे में बता रहे हैं और यह भी दावा कर रहे हैं कि कृषि में जैव-उर्वरकों का उपयोग करने की अत्यधिक आवश्यकता है। विहिप के क्षेत्रीय सचिव, लाल मणि तिवारी ने कहा कि गौ रक्षकों के नाम से जाने जाने वाले हिंदू संगठन के स्वयंसेवकों ने गौ तस्करी और गौशालाओं में अनियमितताओं की जांच के लिए ब्लॉक और तहसील स्तर पर एक मोबाइल दस्ते का गठन किया है। उन्होंने कहा कि वे जैव-उर्वरक के उपयोग को बढ़ावा दे रहे हैं क्योंकि रासायनिक उर्वरकों की मदद से उगाई गई सब्जियों और फलों के सेवन से कैंसर और अन्य घातक बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। जैव-उर्वरक लोगों को कई बीमारियों से बचाने की कुंजी है। विहिप नेता ने कहा कि मौजूदा स्थिति में गांवों से देशी नस्ल की गायें गायब हो गई हैं और लोग जर्सी गायों के पालन में अधिक रुचि रखते हैं। उन्होंने दावा किया कि बहुत से लोग जर्सी गाय के दूध के दुष्प्रभावों से अवगत नहीं हैं जो बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। --आईएएनएस एमएसबी/एएनएम