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कोरोना का असर : अब ना दरगाह में होगी जियारत और ना मंदिरों में हो पाएंगे दर्शन

जयपुर, 16 अप्रैल (हि.स.)। अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में धार्मिक रस्म अदा करने के लिए खादिम समुदाय के लोग ही अब दरगाह में प्रवेश कर सकेंगे। इसके लिए दरगाह के गेट नंबर 5 और गेट नंबर 10 को खुला रखा गया है। बाकी सभी गेटों को आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है। जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित, पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा सहित अतिरिक्त जिला कलेक्टर गजेंद्र सिंह राठौड़ ने गुरुवार रात दरगाह शरीफ का दौरा कर दरगाह कमेटी सहित खादिमों से चर्चा की। गरीब नवाज की दरगाह में गुरुवार को कई नमाजियों ने रमजान का दूसरा रोजा भी खोला है। जिला कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने दरगाह थाने में अंजुमन और दरगाह कमेटी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर दरगाह में गाइडलाइन की पालना को लेकर चर्चा की। प्रवेश से जुड़ी विभिन्न औपचारिकताओं के लिए दरगाह कमेटी को अधिकृत किया गया है। सूफी संत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह लॉकडाउन में करीब साढ़े पांच महीने तक बंद रही थी। पिछले साल मार्च में दरगाह में आमजनों के लिए आवाजाही को बंद कर दिया गया था। इसके बाद 7 सितंबर 2020 से जायरीनों की आवाजाही दोबारा शुरू हुई। लगभग साढ़े छह महीने बाद दोबारा दरगाह में आम जायरीनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। ब्रह्मा मंदिर भी श्रद्धालुओं के लिए बंद प्रदेशभर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर ब्रह्मा मंदिर भी आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। राज्य सरकार ने हाल ही में धार्मिक स्थानों पर आमजन के प्रवेश पर पाबंदी लगाई थी। गाइडलाइन के अनुरूप मंदिर के पुजारी पूर्व की भांति पूजा-अर्चना सहित अन्य धार्मिक रस्में पूरा कर सकेंगे। पुष्कर में आने वाले श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। मंदिर प्रबंधन अपनी सुविधा अनुसार लाइव दर्शन की व्यवस्था कर सकेगा। पुष्कर सरोवर के घाटों पर स्नान, पूजा-पाठ आदि के धार्मिक कार्यों पर भी रोक रहेगी। पुष्कर के ब्रह्मा मंदिर में रोजाना सुबह-शाम पुजारियों को आरती और भगवान की प्रतिमा का श्रृंगार करने की अनुमति दी गई है। दरगाह के बाहर बाजारों में जायरीनों की आमद से ही रौनक और कारोबार होता है। दरगाह के आस-पास हजारों गेस्ट हाउस और होटल बने हैं, जो जायरीनों से खचाखच भरे रहते हैं। इसी प्रकार पुष्कर का कारोबार भी पूरी तरह श्रद्धालुओं और विदेशी पर्यटकों पर टिका है। सरकार ने शाम 5 बजे तक दुकानें खोलने की छूट दी है लेकिन जब जायरीन और श्रद्धालु आएंगे ही नहीं तो फिर दुकानों के खुले रहने का कोई मतलब नहीं है। प्रदेश के अन्य मंदिरों में भी अघोषित लॉकडाउन प्रदेश के अन्य बड़े धार्मिक स्थानों पर भी सरकार की गाइडलाइन की अनुपालना में अघोषित लॉकडाउन सरीखे हालात है। जयपुर का गोविंददेव जी मंदिर, नाथद्वारा का श्रीनाथ मंदिर, घाटा मेहन्दीपुर बालाजी, उदयपुर स्थित जगदीश मंदिर समेत अन्य कई बड़े मंदिरों में आमजन के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

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