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बंगाल में कोरोना विस्फोट, एक दिन में साढ़े चार हजार संक्रमित मिले

कोलकाता, 12 अप्रैल (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में चुनावी सरगर्मी और लगातार रैलियों और जनसभाओं के बीच कोरोना विस्फोट हो गया है। 24 घंटे के दौरान कुल 37,116 लोगों के सैंपल जांचे गए हैं, जिनमें से 4511 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। कोरोना की चपेट में आने वालाें की दर करीब 13 फीसदी है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार शाम को बुलेटिन में बताया कि 24 घंटे के दौरान कुल 37,116 लोगों के सैंपल जांचे गए हैं, जिनमें से 4511 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। अब राज्यभर में कोरोना के मामलों की संख्या बढ़कर 6,19,407 हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 1947 लोग स्वस्थ हुए हैं। राज्य में अब तक 5,82,462 लोग ठीक हो चुके हैं। बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना से14 लोगों की मौत हो गई है, जो जनवरी-फरवरी के बीच एक से दो थी। राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10,414 हो गई है। पिछले 24 घंटे में एक्टिव मरीजों की संख्या में 2550 की बढ़ोतरी हुई है। राज्य में इलाजरत मरीजों की संख्या 26,532 हो गई है। मार्च महीने के मध्य तक एक्टिव मरीजों की संख्या महज 3000 रह गई थी, जो महज एक महीने में बढ़कर 26 हजार हो गई है। राज्य में अब तक 95 लाख 47 हजार 164 लोगों के सैंपल जांचे जा चुके हैं। हेल्थ बुलेटिन में आंकड़ों पर पर्दा डालने का खेल शुरू पूरे देश के साथ जैसे ही पश्चिम बंगाल में भी कोविड-19 महामारी की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या में बढ़ोतरी शुरू हुई है। उसके साथ ही राज्य स्वास्थ्य विभाग ने आंकड़ों पर पर्दा डालने का खेल भी शुरू कर दिया है। जनवरी-फरवरी-मार्च महीने तक जो हेल्थ बुलेटिन जारी होता था उसमें नियमित तौर पर जितने लोगों के सैंपल जांचे जाते थे उनमें पॉजिटिव होने वाले लोगों की संख्या के मुताबिक पॉजिटिव प्रतिशत बताया जाता था। यानी मान लीजिए अमुक दिन को 100 लोगों के सैंपल जांचे गए और उसमें से 5 लोग पॉजिटिव हुए तो पॉजिटिव मामलों का प्रतिशत 5 फीसदी बताया जाता था लेकिन अब हेल्थ बुलेटिन में यह आंकड़ा 2020 में महामारी की शुरुआत के बाद से लेकर आज तक कुल सैंपल जांच और कुल एक्टिव मरीजों की संख्या के मुताबिक जारी किया जाने लगा है। ऐसा इसलिए ताकि सैंपल जांच की तुलना में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा कम दिखे। ऐसा पहले भी होता रहा है। राज्य सरकार पॉजिटिव मामलों का प्रतिशत उसी सुविधा के मुताबिक जारी करती है जो कम दिखे। उदाहरण के तौर पर सोमवार को जो हेल्थ बुलेटिन जारी हुआ है उसके मुताबिक कुल 37116 लोगों के सैंपल जांचे गए हैं जिनमें से 4511 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं जो 13 फ़ीसदी के करीब है लेकिन बुलेटिन में मरीजों का परसेंटेज महज 6.49 फ़ीसदी दर्शाया गया है। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश

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