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कांग्रेस ने वैक्सीन के मूल्य पर उठाए सवाल, ‘वन नेशन वन प्राइस’ नीति लागू करने की मांग

नई दिल्ली, 20 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना महामारी के लड़ाई को जीतने के क्रम में देशभर में लोगों को दी जा रही वैक्सीन के दाम को लेकर कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार को घेरा है। कांग्रेस ने पूछा है कि आखिर क्या वजह है कि केंद्र और राज्यों के लिए वैक्सीन की कीमत अलग-अलग है। जबकि जनता के स्वास्थ्य लाभ को ध्यान में रखते हुए इसका मूल्य एकसमान ही होना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम, पार्टी महासचिव अजय माकन तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने मंगलवार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए जरिए पत्रकारों को संबोधित करते हुए वैक्सीन की कीमतों को लेकर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन की कीमत केंद्र व राज्यों के लिए समान होनी चाहिए। कीमत यह नहीं होने तथा केंद्र से अलग मूल्य पर राज्यों को वैक्सीन मिलना एक प्रकार से से मुनाफाखोरों को लाभ पहुंचाने का षड्यंत्र है। पी. चिंदबरम ने कोरोना वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर ‘वन नेशन वन प्राइस’ की मांग की। उन्होंने कहा कि अलग-अलग कीमत होने से सीमित संसाधन वाले राज्यों को नुकसान होगा। साथ ही राज्यों पर इसका अतिरिक्त भार भी बढ़ेगा। वहीं उन्होंने बिना मूल्य तय किये राज्यों को वैक्सीन खरीदने की छूट दिए जाने को मुनाफाखोरी का रास्ता भी बताया। वहीं, राज्यों पर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ को लेकर जयराम रमेश ने कहा कि संशोधित वैक्सीन नीति के तहत केंद्र ने स्पष्ट किया कि लोग ही वैक्सीनेशन की जिम्मेदारी और लागत वहन करेंगे। ऐसे में गरीब व आर्थिक तौर पर कमजोर वर्गत को इस वैक्सीनेशन प्रक्रिया में पूरी तरह कट ही जाएंगे। वहीं प्रवासी मजदूरों की बात करते हुए जयराम ने कहा कि जो लोग दूसरे राज्यों में रहते और काम करते हैं, उन पर इस व्यवस्था सबसे ज्यादा असर पड़ेगा। क्योंकि इस वक्त न तो उनके पास अर्थ है और न ही कोई स्थायी रोजगार। उल्लेखनीय है कि केंद्र की मोदी सरकार ने बीते दिन सोमवार को एक मई से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाए जाने की घोषणा की। इसके साथ सरकार ने टीकाकरण अभियान में ढील देते हुए राज्यों, प्राइवेट अस्पतालों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सीधे वैक्सीन विनिर्माताओं से खुराक खरीदने की भी अनुमति दी। उस पर वैक्सीन की कीमत भी तय नहीं की गई है। इसी को लेकर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/आकाश

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